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ललितपुर। जनपद के जिला पंचायत राज विभाग को मिले 21 आर्किटेक्ट, कंसल्टिंग इंजीनियरों को जिला पंचायत राज अधिकारी ने ब्लॉक के ग्राम पंचायतें आवंटित कर दी गई हैं। सभी इंजीनियरों ने आवंटित ग्राम पंचायतों में काम करना शुरू कर दिया है।
जिला पंचायत राज विभाग के काम में आसानी और तेजी लाए जाने के लिए हाल ही में शासन ने विभाग में अभियंता नियुक्त किए है। जिसके तहत डीपीआरओ विभाग को 21 एई लेवल के अभियंता मिले। इन सभी अभियंताओं ने विभाग के साथ कार्य का अनुबंध किया। नवनियुक्त अभियंताओं को ग्राम पंचायतों में कार्ययोजना तैयार करने और स्टीमेट बनाने के एवज में दो फीसदी कमीशन मिलना है, यही इनका वेतन होगा। डीपीआरओ विभाग से अनुबंध करने वाले इन 21 आर्किटेक्ट/कन्सल्टिंग इंजीनियरों को जिला पंचायत राज अधिकारी ने जनपद के छह ब्लॉक के 415 ग्राम पंचायतें आवंटित कर दी हैं। जिसके तहत ब्लॉक तालबेहट में भानुप्रताप लोधी, शिवानी साहू, कपिल उपाध्याय रहेंगे। ब्लॉक बार में कुणाल साठिया, ज्योति निरंजन, शिवसागर सिंह यादव रहेंगे। ब्लॉक बिरधा में दीपक गुप्ता, राहुल दीक्षित, यशपाल सिंह, काजल रजक तैनात होंगे। ब्लॉक जखौरा की जिम्मेदारी राहुल मोदी, अभिनव राठौर, प्रदीप कुमार, रूबी पटेल तैनात रहेंगे। ब्लॉक मडावरा की जिम्मेदारी प्रेमनारायण, राघवेंद्र, प्रशांत उदैनिया, दीपक कुमार कोको दी गई। ब्लॉक महरौनी की जिम्मेदारी चंद्रपाल सिंह पटेल, विजय राय, अभिनंदन लोधी को दी गई। यह सभी आर्किटेक्ट/कन्सल्टिंग इंजीनियर इन ब्लॉक के आने वाली ग्राम पंचायतों में होने वाले कामों की कार्ययोजना और स्टीमेट बनाने का काम करेंगे। ग्राम पंचायतें आवंटित होने के बाद सभी इंजीनियरों ने अपना अपना कार्यभार संभालकर काम करना शुरू कर दिया है।
ग्राम पंचायतों के नहीं रुकेंगे काम, निर्भरता होगी खत्म
अभी तक पंचायती राज विभाग में तकनीकी स्टाफ की कमी के कारण कई कार्ययोजनाओं पर कार्य नहीं हो पाता था। जिससे प्रदेश के अंतिम छोर तक विकास की योजना सरकार की मंशानुरूप नहीं पहुंच पाती थी। अब इन अभियंताओं के ग्राम पंचायत स्तर पर नियुक्त हो जाने से रुकी हुई कार्य योजनाओं का रास्ता साफ हो गया है। ग्राम पंचायतों में होने वाले काम नहीं रुकेंगे। इसके साथ साथ ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों के लिए स्टीमेट बनाए जाने के लिए ब्लॉक स्तर पर तैनात तकनीकी सहायकों और बड़ी कार्ययोजना का स्टीमेट ब्लॉक में संबद्ध जेई से तैयार कराए जाने की निर्भरता खत्म हो जाएगी।
डीपीआरओ विभाग के लिए काम करने वाले 21 आर्किटेक्ट, कन्सल्टिंग इंजीनियरों को ब्लॉक की ग्राम पंचायतें आवंटित कर दी गई हैं। ग्राम पंचायतों में होने वाले कामों की कार्ययोजना व स्टीमेट इनके द्वारा ही बनाया और तैयार किया जाएगा।
नवीन मिश्रा, जिला पंचायतराज अधिकारी
ललितपुर। जनपद के जिला पंचायत राज विभाग को मिले 21 आर्किटेक्ट, कंसल्टिंग इंजीनियरों को जिला पंचायत राज अधिकारी ने ब्लॉक के ग्राम पंचायतें आवंटित कर दी गई हैं। सभी इंजीनियरों ने आवंटित ग्राम पंचायतों में काम करना शुरू कर दिया है।
जिला पंचायत राज विभाग के काम में आसानी और तेजी लाए जाने के लिए हाल ही में शासन ने विभाग में अभियंता नियुक्त किए है। जिसके तहत डीपीआरओ विभाग को 21 एई लेवल के अभियंता मिले। इन सभी अभियंताओं ने विभाग के साथ कार्य का अनुबंध किया। नवनियुक्त अभियंताओं को ग्राम पंचायतों में कार्ययोजना तैयार करने और स्टीमेट बनाने के एवज में दो फीसदी कमीशन मिलना है, यही इनका वेतन होगा। डीपीआरओ विभाग से अनुबंध करने वाले इन 21 आर्किटेक्ट/कन्सल्टिंग इंजीनियरों को जिला पंचायत राज अधिकारी ने जनपद के छह ब्लॉक के 415 ग्राम पंचायतें आवंटित कर दी हैं। जिसके तहत ब्लॉक तालबेहट में भानुप्रताप लोधी, शिवानी साहू, कपिल उपाध्याय रहेंगे। ब्लॉक बार में कुणाल साठिया, ज्योति निरंजन, शिवसागर सिंह यादव रहेंगे। ब्लॉक बिरधा में दीपक गुप्ता, राहुल दीक्षित, यशपाल सिंह, काजल रजक तैनात होंगे। ब्लॉक जखौरा की जिम्मेदारी राहुल मोदी, अभिनव राठौर, प्रदीप कुमार, रूबी पटेल तैनात रहेंगे। ब्लॉक मडावरा की जिम्मेदारी प्रेमनारायण, राघवेंद्र, प्रशांत उदैनिया, दीपक कुमार कोको दी गई। ब्लॉक महरौनी की जिम्मेदारी चंद्रपाल सिंह पटेल, विजय राय, अभिनंदन लोधी को दी गई। यह सभी आर्किटेक्ट/कन्सल्टिंग इंजीनियर इन ब्लॉक के आने वाली ग्राम पंचायतों में होने वाले कामों की कार्ययोजना और स्टीमेट बनाने का काम करेंगे। ग्राम पंचायतें आवंटित होने के बाद सभी इंजीनियरों ने अपना अपना कार्यभार संभालकर काम करना शुरू कर दिया है।
ग्राम पंचायतों के नहीं रुकेंगे काम, निर्भरता होगी खत्म
अभी तक पंचायती राज विभाग में तकनीकी स्टाफ की कमी के कारण कई कार्ययोजनाओं पर कार्य नहीं हो पाता था। जिससे प्रदेश के अंतिम छोर तक विकास की योजना सरकार की मंशानुरूप नहीं पहुंच पाती थी। अब इन अभियंताओं के ग्राम पंचायत स्तर पर नियुक्त हो जाने से रुकी हुई कार्य योजनाओं का रास्ता साफ हो गया है। ग्राम पंचायतों में होने वाले काम नहीं रुकेंगे। इसके साथ साथ ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों के लिए स्टीमेट बनाए जाने के लिए ब्लॉक स्तर पर तैनात तकनीकी सहायकों और बड़ी कार्ययोजना का स्टीमेट ब्लॉक में संबद्ध जेई से तैयार कराए जाने की निर्भरता खत्म हो जाएगी।
डीपीआरओ विभाग के लिए काम करने वाले 21 आर्किटेक्ट, कन्सल्टिंग इंजीनियरों को ब्लॉक की ग्राम पंचायतें आवंटित कर दी गई हैं। ग्राम पंचायतों में होने वाले कामों की कार्ययोजना व स्टीमेट इनके द्वारा ही बनाया और तैयार किया जाएगा।
नवीन मिश्रा, जिला पंचायतराज अधिकारी
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