Publish Date: | Sat, 05 Nov 2022 12:58 PM (IST)
ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। उपकरणों की कमी और तकनीकी कारणों के चलते शहर में हर दिन औसतन 600 एलईडी स्ट्रीट लाइटें खराब हो रही हैं। निगम के स्टोर में 2000 से अधिक लाइटें खराब पड़ी हुई हैं, जबकि रोज आधी यानी 300 लाइटें ही सुधर पा रही हैं। ऐसे में ईईएसएल के मुख्यालय से अब विशेष टीम आकर इन लाइटों की गुणवत्ता की जांच करेगी।
शहर में बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटो को लेकर निगम परिषद में पार्षद, महापौर व सभापति अधिकारियों को आड़े हाथों ले रहे हैं। उसके बाद भी निगम के जिम्मेदार अधिकारी एक-दूसरे पर टाला मटोली कर बचने का प्रयास कर रहे हैं। यही कारण है कि निगम सीमा क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में आज भी अंधेरा पसरा हुआ है। शहर में 62 हजार स्ट्रीट लाइटें लगाने का कार्य का ठेका लेने वाली ईईएसएल कंपनी के पास कर्मचारी नहीं होने के कारण संधारण के कार्य में फेल होने पर स्मार्ट सिटी द्वारा निगम को संधारण के कार्य के लिए 25 करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है। उसके बाद भी शहर में संधारण का कार्य नहीं करवाया जा रहा है। बता दें कि शहर में 27 करोड़ में 62 हजार एलइडी लाइटें लगाई गई हैं। निगम के विद्युत विभाग के गोदाम में कंपनी की ओर से निुयक्त किए गए कर्मचारियों के पास प्रतिदिन सही होने के लिए अलग-अलग वार्डों में से 500 से 600 लाइटें आ रही हैं, जबकि वह 200 से 250 लाइट हर दिन सही कर रहे हैं। यहां कंपनी की ओर से छह कर्मचारियों को रखा गया है। प्रत्येक कर्मचारी को एक दिन में 50 लाइट को सही करना होता है, लेकिन उपकरणों की कमी के चलते 250 लाइटें ही वह सही कर पा रहे हैं। वहीं अन्य खराब पड़ी लाइटों के लिए समय ही नहीं मिलता है। इससे वह समय से सही नहीं कर पा रहे हैं।
Posted By: anil tomar
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