हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के हनुवंतिया टापू की, जो दुनिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित टापू बन गया है। तीन तरफ से पानी से घिरे हनुवंतिया टापू पर 28 नवंबर से जल महोत्सव शुरू होने जा रहा है। यह महोत्सव जनवरी तक चलेगा। इसके लिए लोगों ने अभी से बुकिंग कराना शुरू कर दिया है। ज्यादातर बुकिंग दिसंबर के आखिरी सप्ताह और जनवरी के पहले सप्ताह में होती है।
यहां भी है गोवा जैसा मजा
नया वर्ष मनाना चाहते हैं और गोवा नहीं जा सकते तो यह जगह आपके लिए है। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्थित हनुवंतिया टापू दुनिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित टापू है। यहां भी समुंदर-सा आकर्षक नजारा देखने को मिलता है और वाटर स्पोर्ट्स का भी लुत्फ लिया जा सकता है।
खंडवा जिले में हनुवंतिया पर्यटन स्थल पर पहुंचे वाले पर्यटक हेलीकाप्टर से दुनिया के सबसे बड़े मानव निर्मित टापू का नजारा ले पाएंगे। यहां हेलीकाप्टर की सवारी भी शुरू हो गई है। यहां कम खर्च में 7 मिनट में 20 से 25 किलोमीटर की सैर कर पाएंगे। इसके अलावा यहां पतंगबाजी, वॉलीबॉल, कैंप फायर, स्टार गेजिंग, साइकलिंग, पैरामोटरिंग, पैरासेलिंग, हॉट एयर बैलून, बर्ड वॉचिंग गतिविधियां भी चलती हैं।
फ्लाइंग बोट एक्टिविटी पहली बार
पर्यटन विभाग और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला के मुताबिक इस बार देश में पहली बार बेक वॉटर पर स्थित हनुवंतिया टापू पर पहली बार फ्लाइंग इन्फ्लेटेबल बोट एक्टिविटी की जा रही है, जिसका आनंद पर्यटक लेंगे। शुक्ला के मुताबिक हनुवंतिया जल महोत्सव एडवेंचर लवर्स के लिए आदर्श डेस्टिनेशन बन गया है।
भोपाल से हनुवंतिया 356 किमी
सनावद से पुनासा 42 किमी
पुनासा से मूंदी 24 किमी
मूंदी से सिंगाजी 07 किमी
एक नजर में हनुवंतिया
-यह है दुनिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित टापू।
– इंदिरासागर बांध के बैक वॉटर में बना है हनुवंतिया टापू।
– पर्यटन निगम ने इसे 20 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया है।
– यह टापू देश में अंतरराष्ट्रीय स्तर का पहला सैलानी टापू है।
– नर्मदा की लहरों के बीच इस टापू पर पर्यटकों के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
– समुंदर जैसे फैले पानी में क्रूज, वाटर स्कूटर, मोटर बोट के अलावा वूडन कॉटेज और रेस्टोरेंट की सुविधा है।
– यहां पर्यटक इंदिरासागर बांध, संत सिंगाजी की समाधि और सिंगाजी थर्मल पॉवर स्टेशन की सैर भी कर सकते हैं।
– बैक वॉटर के किनारे कश्मीरी लकड़ी से बने रो-हाऊस और कैंटीन की भी व्यवस्था है।
– पर्यटकों के आराम के लिए आकर्षक बगीचा और बीच भी बनाए गए हैं।
– टापू पर ठहरने के लिए होटल जैसी सुविधा वाले पांच कॉटेज बने हैं।
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