सर्दियों में दिल्ली का वातावरण बड़ी तेज़ी से बदलता है। ऐसे में मौसम में ठंड का कोहरा है या प्रदूषण का, यह पहचानना काफी मुश्किल हो जाता है। दिल्ली समेत कई शहरों की एयर क्वालिटी आजकल आपको खराब होती हुई नज़र आ जाएगी। यह सब हवा में मौजूद पार्टीक्यूलेट मैटर (particulate matter) की वजह से होता है, जो वातावरण में स्मॉग (smog) का कारण बनता है।
गिरती हुई एयर क्वालिटी कई तरह की स्वास्थ्य या कहें श्वास संबंधी बीमारियों को जन्म दे सकती है यह तो हम सभी जानते हैं। मगर क्या आप ये जानते हैं कि प्रदूषण का आपके पीरियड्स पर भी असर हो सकता है (Pollution effect on periods)? जी हां… कई अध्ययनों में यह पाया गया कि एयर पल्यूशन (air pollution) महिलाओं में मासिक धर्म की कई समस्याओं का कारण बन सकता है।
जानिए इससे जुड़े अध्ययन में क्या पाया गया?
ह्यूमन रिप्रोडक्शन जर्नल में प्रकाशित हुये एक अध्ययन के अनुसार वायु प्रदूषण महिलाओं में इंफर्टिलिटी, मेटाबॉलिक सिंड्रोम और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम का कारण बन सकता है। और इन रोगों की शुरुआत सबसे पहले इर्रेगुलर पीरियड्स के साथ होती है।
इस अध्ययन में 14-18 वर्ष की आयु की लड़कियों पर किया गया। जिसमें यह देखा गया कि वायु प्रदूषण के संपर्क में आने पर मासिक धर्म की अनियमितता की संभावना थोड़ी बढ़ जाती है। यह पहला अध्ययन है जो दिखाता है कि वायु प्रदूषण प्रजनन तंत्र को प्रभावित करता है।
हॉरमोन्स को प्रभावित कर सकता है प्रदूषण
इससे जुड़े अध्ययन में यह भी सामने आया कि वायु प्रदूषण में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर शरीर के अंदर जाने पर हार्मोनल बदलाव का कारण बन सकता है। और यह परिवर्तन आगे चलकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। साथ ही, महिलाओं और पुरुषों के प्रजनन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं।
यदि आपको अपनी सेहत का ख्याल रखना तो आपको वायु प्रदूषण से बचना चाहिए, लेकिन आप इससे बचने के लिए बहुत कुछ नहीं कर सकती हैं क्योंकि यह हवा में मौजूद है। इसलिए मास्क, पहनना न भूलें।
इतना ही नहीं, गुंजन आईवीएफ वर्ल्ड ग्रुप की संस्थापक, आईवीएफ और स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ गुंजन गुप्ता गोविल के अनुसार प्रदूषण टेस्टोस्टेरोन में भी कमी कारण बन सकता है, जिसकी वजह से पुरुषों में स्पर्म काउंट कम हो सकता है।
अपनी पीरियड साइकल का ख्याल रखने के लिए क्या कर सकती हैं आप
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वजन बढ़ने, असंतुलित खराब खान-पान, शारीरिक व्यायाम न करना और खराब जीवनशैली के कारण भी पीरियड साइकल में बदलाव हो सकता है। इसलिए आप अपने खाने की आदतों को थोड़ा बदल सकती हैं और हेल्दी लाइफस्टाइल पर स्विच कर सकती हैं जैसे –
संतुलित भोजन लें और हरी संजियों का ज़्यादा सेवन करें जिससे आपको सभी प्रकार के पोषक तत्व मिलें।
रेगुलर एक्सरसाइज़ को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं और प्रयाप्त मात्रा में पानी पिएं।
इसके अलावा, यदि आपको लग रहा है कि आपके पीरियड्स अनियमित हैं तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।
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