हाइलाइट्स
हिंदू धर्म में तालाब व मंदिर निर्माण का बहुत धार्मिक महत्व है.
तालाब व मंदिर निर्माण करने वाले के सात कुलों के उद्धार की मान्यता है.
हिंदू धर्म में तालाब व मंदिर निर्माण का विशेष महत्व बताया गया है. कई हिंदू शास्त्रों व कथाओं में इस काम को सारे पुण्यों का फल प्रदान करने वाला कहा गया है. भविष्य पुराण में तो भगवान श्रीकृष्ण ने इस कार्य को सात कुलों का उद्धार करने वाला बताया है. आज हम आपको उसी भविष्यपुराण में वर्णित तालाब व उसके पास मंदिर बनाने के उसी महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं.
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तालाब निर्माण से होता है सात कुलों का उद्धार
पंडित रामचंद्र जोशी के अनुसार भविष्य पुराण में श्रीकृष्ण राजा युधिष्ठिर को तालाब निर्माण का महत्व बताते हैं. वे कहते हैं कि जो विधि पूर्वक तालाब, वापी, बावली, बगीचे तथा देव मंदिर का निर्माण करवाते हैं उनके शिल्पी, सूत्रधार व कारीगर तक सूर्य व चंद्रमा की प्रभा के समान कांतिमान विमान में बैठकर दिव्यलोक को जाते हैं. जलाशय आदि की खुदाई के समय जो जीव मर जाते हैं उन्हें भी उत्तम गति मिलती है. गाय के शरीर में जितने भी रोम कूप हैं, उतने दिव्य वर्ष तक तालाब का निर्माण करने वाला स्वर्ग में निवास करता है. यही नहीं यदि उसके पिता दुर्गति को प्राप्त हुए हो तो उनका भी उद्धार हो जाता हैं.
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जिस तालाब का जल गाय पीती है उसे बनवाने वाले के सात कुलों का उद्धार हो जाता है. धूप और गर्मी से व्याकुल राहगीर यदि तालाब के पास जलपान करे और पेड़ों की घनी छाया में ठंडी हवा का सेवन करता हुआ विश्राम करे तो तालाब बनाने वाले व्यक्ति के मातृ व पितृकुल का उद्धार होता है. उसकी निर्मल कीर्ति का प्रचार- प्रसार होता है.
तालाब के पास मंदिर बनाने के लाभ
पंडित जोशी के अनुसार श्रीकृष्ण ने तालाब के पास मंदिर निर्माण को भी महत्वपूर्ण बताया है. श्रीकृष्ण के अनुसार जो तालाब, कुएं या बावली बनवाकर उसके किनारे देवालय बनवाकर उसमें देव प्रतिष्ठा करता है उसके पुण्य का तो वर्णन ही नहीं किया जा सकता है. देवालय की ईंट जब तक टुकड़े- टुकड़े नहीं होती तब तक देवालय बनाने वाला व्यक्ति स्वर्ग में निवास करता है.
तालाब बनवाकर वृक्षों के बीच मंदिर बनवाले व्यक्ति की कीर्ति सब जगह फैलती है. दिव्य भोग भोगकर वह चक्रवर्ती राजा का पद प्राप्त करता है. श्रीकृष्ण कहते हैं कि जो तालाब, वापी, कुआं व धर्मशाला बनवाकर दान करता है और मीठा वचन बोलता है उसका नाम यमराज भी नहीं लेते.
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Tags: Hindu Temple, Hinduism, Religion
FIRST PUBLISHED : October 25, 2022, 03:25 IST
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