पंजाबी धर्मशाला में चल रही कथा सुनतीं महिलाएं। संवाद
– फोटो : Jind
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जींद। श्रीमद भागवत कथा मंडल की तरफ से झांझ गेट स्थित पंजाबी धर्मशाला में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन श्रीधाम वृृंदावन से पधारे कथा व्यास वैष्णवाचार्य धीरज बावरा ने कथा सुनाई। कथा में व्यास वैष्णवाचार्य धीरज ने कहा कि कथा के श्रवण एवं मनन से इस सांसारिक भवसागर से जीव का उद्धार निश्चित है। उनके द्वारा गाए भजनों से कथा के मध्य श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। इस दौरान पहुंचे धन्नाराम कौशिक ने कहा कि इस धरती पर धर्म-कर्म के कार्य होते रहने चाहिए क्योंकि हम धर्म की रक्षा करें तो धर्म हमारी रक्षा करेगा।
कथा की शुरुआत में रिद्धि सिद्धि क्लब महिला मंडल के सहयोग से महिलाओं ने 251 कलश दखनियां मंदिर से कथा स्थल तक यात्रा के रूप में लाकर स्थापित किए थे।
पंडित राजेश कौशिक ने बताया कि यह कथा शाम के चार से सात बजे तक चलती है। यह कथा छह नवंबर तक चलेगी। तीन नवंबर को कथा में नंदोत्सव, बाल लीलाएं एवं श्री गोवर्धन पूजा होगी। चार नवंबर को महारास लीला, कंस वध, उद्धव गोपी संवाद कार्यक्रम होगा। पांच नवंबर को सुदामा चरित, शुकदेव विदाई, कथा विश्राम एवं व्यास पूजन किया जाएगा। अंतिम दिन छह नवंबर को हवन और भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर अशोक गुप्ता, नंदन शर्मा, अश्विनी कौशिक, नंद किशोर मिगलानी, अरुण कुमार शर्मा, संटी सेठी, राजेश खन्नी, राधेश्याम जिंदल, विनोद भारद्वाज, रामप्रकाश, दीपक कौशिक व महेश सिंगला आदि मौजूद रहे।
जींद। श्रीमद भागवत कथा मंडल की तरफ से झांझ गेट स्थित पंजाबी धर्मशाला में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन श्रीधाम वृृंदावन से पधारे कथा व्यास वैष्णवाचार्य धीरज बावरा ने कथा सुनाई। कथा में व्यास वैष्णवाचार्य धीरज ने कहा कि कथा के श्रवण एवं मनन से इस सांसारिक भवसागर से जीव का उद्धार निश्चित है। उनके द्वारा गाए भजनों से कथा के मध्य श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। इस दौरान पहुंचे धन्नाराम कौशिक ने कहा कि इस धरती पर धर्म-कर्म के कार्य होते रहने चाहिए क्योंकि हम धर्म की रक्षा करें तो धर्म हमारी रक्षा करेगा।
कथा की शुरुआत में रिद्धि सिद्धि क्लब महिला मंडल के सहयोग से महिलाओं ने 251 कलश दखनियां मंदिर से कथा स्थल तक यात्रा के रूप में लाकर स्थापित किए थे।
पंडित राजेश कौशिक ने बताया कि यह कथा शाम के चार से सात बजे तक चलती है। यह कथा छह नवंबर तक चलेगी। तीन नवंबर को कथा में नंदोत्सव, बाल लीलाएं एवं श्री गोवर्धन पूजा होगी। चार नवंबर को महारास लीला, कंस वध, उद्धव गोपी संवाद कार्यक्रम होगा। पांच नवंबर को सुदामा चरित, शुकदेव विदाई, कथा विश्राम एवं व्यास पूजन किया जाएगा। अंतिम दिन छह नवंबर को हवन और भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर अशोक गुप्ता, नंदन शर्मा, अश्विनी कौशिक, नंद किशोर मिगलानी, अरुण कुमार शर्मा, संटी सेठी, राजेश खन्नी, राधेश्याम जिंदल, विनोद भारद्वाज, रामप्रकाश, दीपक कौशिक व महेश सिंगला आदि मौजूद रहे।
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