जिस इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन हुआ, वह ‘देवताओं का द्वीप’ कहा जाता है। इस क्षेत्र की आय का प्रमुख जरिया पर्यटन ही है। वहां लगभग 40 लाख लोग रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर हिंदू हैं। सबसे रोचक बात है कि इस देश में इस्लाम सबसे बड़ा धर्म है, फिर भी वहां हिंदू संस्कृति का खासा बोलबाला है।
बाली में हिंदू धर्म से जुड़े कई प्राचीन मंदिर हैं, जिन्हें देखने दुनिया भर के लोग वहां पहुंचते हैं। बाली नहीं बल्कि पूरे मुल्क ने हिंदुत्व की ऐतिहासिक पहचान, धरोहर और जड़ों को सहेज कर रखा है। दरअसल, मान्यता है कि भारतीय व्यापारी, यात्री, धार्मिक गुरु और विद्वान इस द्वीप पर दो हजार साल पहले से आने-जाने लगे थे, जिसकी वजह से वहां एक तरह से हिंदुत्व पहुंच गया।
आगे समय के साथ इसकी जड़े मजबूत होती चली गईं। स्थानीय लोगों ने हिंदू संस्कृति को अपनाया और वहां पर वे आज भी बड़े धूमधाम से हिंदू त्यौहार मनाते हैं। सबसे बड़ा उदाहरण वहां की रामलीला का है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आपने बाली की रामलीला नहीं देखी तो वहां आपने कुछ नहीं देखा। वहां बड़े शिव मंदिर होने के साथ विष्णु, कृष्ण और गणेश जी कई लोगों को प्रिय हैं।
मौजूदा राष्ट्रपति जोको विडोडो भी खुद को कृष्ण भक्त बता चुके हैं। पूर्व में एक इंटरव्यू के दौरान यह पूछे जाने पर कि अगर आपके पास सुपरहीरो बनने की क्षमता होगी तब आप कौन सी शक्तियां अपने पास चाहेंगे? मुस्कुराते हुए उन्होंने कहा- कृष्णा…वह इंडोनेशिया में ताकतवर माने जाते हैं। खासकर जावा में। उनके पास शक्तिशाली शस्त्र भी है, जिसका नाम- चक्र है। यह उन्हें बेहद ताकतवर बनाता है। वह इसके अलावा बुद्धमान भी हैं, इसलिए मैं वैसी शक्तियां चाहूंगा।
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