टूट गए जो रिश्ते
उन्हें बटोरने से क्या होगा।
छोड़ गए जो साथ
उन्हें ढूंढने से क्या होगा।
वो जो ना किस्मत में होते
वो कभी मिलते नहीं।
डिस्चार्ज हो बैटरी तो
फोन चलतें नहीं।
है ये विकल्पों की दुनिया तो
तुम कुछ और चुनते क्यों नहीं ?
क्यों भाग रहे अजनबियों के पीछे
अपनें दिल की तुम सुनते क्यों नहीं।
मतलबी इस दुनियां की
मतलबी लोग बहुत हैं।
संभलकर चलना होगा जहां में
मन के अंदर क्षोभ बहुत हैं।
अच्छा हुआ जो तुमने आँखें खोल दी मेरी
वरना मुझे क्या पता इस दुनियां में
कदम कदम पर यारों .....
झोल बहुत हैं झोल बहुत हैं ।
खेल बहुत हैं खेल बहुत हैं ।
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2 hours ago
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