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पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए 20 जनपदों में190 आदर्श दुग्ध विकास ग्रामों का चयन किया जाएगा।
इसके लिए वाराणसी व बरेली के दुग्ध संघ को 15-15, मिर्जापुर, प्रयागराज, चित्रकूट, गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़, अयोध्या, गोंडा, झांसी, लखनऊ, अलीगढ़, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ को 10-10 तथा कानपुर, बुलंदशहर, आगरा और मथुरा को 05-05 आदर्श दुग्ध विकास ग्राम शामिल करने का लक्ष्य दिया गया है।
विधान भवन स्थित कार्यालय में हुई बैठक में उन्होंने कहा कि इन चयनित आदर्श दुग्ध विकास ग्राम की दुग्ध समितियों को दुग्ध व्यवसाय करने की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन समितियों को दुग्ध मूल्य का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित कराया जायेगा।
सभी दुग्ध समितियों के सदस्यों, सचिवों एवं टेस्टर को तकनीकी जानकारियां भी दी जाएंगी। समिति के दुधारू पशुओं के लिए पशु आहार, मिनरल मिक्सर एवं पशुओं के लिए प्राथमिक चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध होगी।
समितियों के सदस्यों को पशुपालन विभाग के सहयोग से बकरी पालन, भेड़ पालन के संबंध में तकनीकी जानकारी मिलती रहेगी। दुधारू पशुओं का टीकाकरण, टिक कंट्रोल, डिवर्मिंग एवं कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
बैठक में अपर मुख्य सचिव दुग्ध विकास डॉ. रजनीश दुबे, दुग्ध आयुक्त शशिभूषण लाल सुशील, पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक कुणाल सिल्कू, विशेष सचिव देवेंद्र पांडेय, निदेशक डॉ. इंद्रमणि आदि मौजूद थे।
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