जागरण संवाददाता, लुधियाना। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सोमवार को पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, ठेकेदार तेलू राम और कमीशन एजेंट कृष्ण लाल के खिलाफ अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश लुधियाना के डॉ अजीत अत्री की अदालत में चालान पेश कर दिया है।
इस बात का खुलासा करते हुए आज यहां विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि विजीलेंस ब्यूरो ने अनाज ढुलाई के लिए हुए टेंडर में घोटाले के आरोप में 16 अगस्त को आपराधिक मामला दर्ज किया था, पुलिस ने इस मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु, कमिशन एजेंट कृष्ण लाल और सुनील जैन को गिरफ्तार किया है।
पटियाला जेल में बंद हैं भारत भूषण आशु
विजीलेंस को अभी इस केस में 17 और आरोपितों की जरूरत है। पुलिस ने इस केस में भारत भूषण आशु को 22 अगस्त को काबू किया था और 12 दिन पुलिस रिमांड पर रखने के बाद पटियाला की जेल में बंद कर दिया था। उपरोक्त आरोपितों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 173 के तहत चालान पेश किया गया था और यह 91 पृष्ठों में निहित था और संपूर्ण चालान फाइल में कुल दस्तावेज/संलग्नक 1556 पृष्ठों के थे।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में आगे की जांच की जा रही है और इस मामले में अन्य आरोपियों के खिलाफ पूरा चालान पेश किया जाएगा। बता दें कि विजीलेंस की तरफ से इस केस में अब तक दर्जनों अफसरों को गवाह रखा है। विजीलेंस ने दावा किया है कि गबन के पैसे से कई जायदाद बनाई गई हैं। सभी आरोपितों को 25 नवंबर को अदालत में पेश होने के लिए तारीख दी गई है और उन्हें इस दिन कापी दी जाएंगीं।
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Edited By: Pankaj Dwivedi
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