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मुजफ्फरनगर। भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय की 75वीं पुण्यतिथि पर आयोजित स्मृति यज्ञ में भावपूर्ण स्मरण किया। आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि मालवीय सनातन धर्म के सच्चे रक्षक थे।
संतोष विहार में वैदिक संस्कार चेतना केंद्र पर आयोजित स्मृति यज्ञ में महान देशभक्त मालवीय की स्मृतियों को नमन किया। आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि मालवीय समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी और सनातन संस्कृति के रक्षक थे। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय उनकी राष्ट्र को अमूल्य देन है।
उन्होंने वेदों की ओर लौटो के महर्षि दयानंद के आह्वान का हमेशा समर्थन किया और हरिद्वार कुंभ मेले में सत्यार्थ प्रकाश ग्रंथ का वितरण कर समाज को प्रेरित किया। स्वामी श्रद्धानंद, भाई परमानंद के साथ मिलकर देश में हिंदुओं की घरवापसी के लिए शुद्धि आंदोलन चलाया। यज्ञमान लक्ष्यदेव एवं देवांश रहे। डॉ. नीरज शास्त्री, मास्टर राजेंद्र सिंह ने विचार रखे।
मुजफ्फरनगर। भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय की 75वीं पुण्यतिथि पर आयोजित स्मृति यज्ञ में भावपूर्ण स्मरण किया। आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि मालवीय सनातन धर्म के सच्चे रक्षक थे।
संतोष विहार में वैदिक संस्कार चेतना केंद्र पर आयोजित स्मृति यज्ञ में महान देशभक्त मालवीय की स्मृतियों को नमन किया। आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि मालवीय समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी और सनातन संस्कृति के रक्षक थे। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय उनकी राष्ट्र को अमूल्य देन है।
उन्होंने वेदों की ओर लौटो के महर्षि दयानंद के आह्वान का हमेशा समर्थन किया और हरिद्वार कुंभ मेले में सत्यार्थ प्रकाश ग्रंथ का वितरण कर समाज को प्रेरित किया। स्वामी श्रद्धानंद, भाई परमानंद के साथ मिलकर देश में हिंदुओं की घरवापसी के लिए शुद्धि आंदोलन चलाया। यज्ञमान लक्ष्यदेव एवं देवांश रहे। डॉ. नीरज शास्त्री, मास्टर राजेंद्र सिंह ने विचार रखे।
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