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मुकंद लाल नेशनल कॉलेज में जिला स्तरीय विज्ञान निबंध प्रतियोगिता हुई। इसका आयोजन हरियाणा राज्य विज्ञान एवं अनुसंधान और प्रौद्योगिकी परिषद की ओर से कराया गया। प्रतियोगिता में सात महाविद्यालयों के 14 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इनमें गुरु नानक खालसा कॉलेज यमुनानगर से बीएससी द्वितीय वर्ष की मानसी पहले, डीएवी गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर से बीएससी प्रथम वर्ष की हीना दूसरे, एमएलएन कॉलेज यमुनानगर से बीएससी तृतीय वर्ष के लक्की तीसरे स्थान पर रहे।
निर्णायक मंडल में डॉ. गुलशन कुमार सेठी, डॉ. अविनाश सिंह व डॉ. केआर भारद्वाज शामिल रहे। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. ममता ओबरॉय व प्रो. मनजीत रानी ने विद्यार्थियों को विज्ञान के उपयोग व दुष्प्रभाव से अवगत कराया। बताया कि विज्ञान साधन है, जिससे जीवन को सुगम बनाया जा सकता है, लेकिन इसका अंधाधुंध उपयोग मनुष्य व अन्य जीवों के लिए घातक है। कॉलेज के कार्यकारी प्राचार्य डॉ. राहुल खन्ना ने कहा कि विज्ञान एवं तकनीकी ने पूरी दुनिया को एक सूत्र में पिरोकर निकट कर दिया है। हम वैश्विक संस्कृति, मानवीय मूल्यों, परंपराओं व मानवीय, सामाजिक संबंधी जानकारी एक स्थान पर बैठकर प्राप्त कर सकते हैं। विज्ञान हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गया है। विज्ञान के बिना जीवन और जगत का विकास संभव नहीं है। हमें विश्व में अपनी ज्ञान पताका फहरानी है तो विज्ञान एवं तकनीकी के बुनियादी ज्ञान से जुड़ना होगा। मौके पर डॉ. मीनू कलसी, डॉ. सविता गर्ग, डॉ. रचना अग्रवाल, डॉ. महेश कुमार, डॉ. राजेश कुमार, प्रो. आशा, डॉ. दीपमाला, डॉ. नित्या कौशिक, प्रो. उमंग बरेजा, प्रो. ट्विंकल, प्रो. पंकज मौजूद रहे।
मुकंद लाल नेशनल कॉलेज में जिला स्तरीय विज्ञान निबंध प्रतियोगिता हुई। इसका आयोजन हरियाणा राज्य विज्ञान एवं अनुसंधान और प्रौद्योगिकी परिषद की ओर से कराया गया। प्रतियोगिता में सात महाविद्यालयों के 14 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इनमें गुरु नानक खालसा कॉलेज यमुनानगर से बीएससी द्वितीय वर्ष की मानसी पहले, डीएवी गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर से बीएससी प्रथम वर्ष की हीना दूसरे, एमएलएन कॉलेज यमुनानगर से बीएससी तृतीय वर्ष के लक्की तीसरे स्थान पर रहे।
निर्णायक मंडल में डॉ. गुलशन कुमार सेठी, डॉ. अविनाश सिंह व डॉ. केआर भारद्वाज शामिल रहे। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. ममता ओबरॉय व प्रो. मनजीत रानी ने विद्यार्थियों को विज्ञान के उपयोग व दुष्प्रभाव से अवगत कराया। बताया कि विज्ञान साधन है, जिससे जीवन को सुगम बनाया जा सकता है, लेकिन इसका अंधाधुंध उपयोग मनुष्य व अन्य जीवों के लिए घातक है। कॉलेज के कार्यकारी प्राचार्य डॉ. राहुल खन्ना ने कहा कि विज्ञान एवं तकनीकी ने पूरी दुनिया को एक सूत्र में पिरोकर निकट कर दिया है। हम वैश्विक संस्कृति, मानवीय मूल्यों, परंपराओं व मानवीय, सामाजिक संबंधी जानकारी एक स्थान पर बैठकर प्राप्त कर सकते हैं। विज्ञान हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गया है। विज्ञान के बिना जीवन और जगत का विकास संभव नहीं है। हमें विश्व में अपनी ज्ञान पताका फहरानी है तो विज्ञान एवं तकनीकी के बुनियादी ज्ञान से जुड़ना होगा। मौके पर डॉ. मीनू कलसी, डॉ. सविता गर्ग, डॉ. रचना अग्रवाल, डॉ. महेश कुमार, डॉ. राजेश कुमार, प्रो. आशा, डॉ. दीपमाला, डॉ. नित्या कौशिक, प्रो. उमंग बरेजा, प्रो. ट्विंकल, प्रो. पंकज मौजूद रहे।
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