मेरठ, जागरण संवाददाता। नेपाल के डोटी निवासी वीर बहादुर ने लखीमपुर खीरी से आधार कार्ड बनवाया था। वीर बहादुर अकेला नहीं हैं, जिस पर भारत का आधार कार्ड है। बुधवार रात पुलिस ने वीर बहादुर के संपर्क में आए पांच युवकों को बेरीपुरा से उठाया। सभी नेपाल के रहने वाले हैं, पर उनका आधार कार्ड मुंबई और दिल्ली में बना हुआ है। गुरुनानक नगर से उठाए गए दो युवकों के आधार कार्ड मेरठ से बने हैं। पुलिस अब नेपाल के रहने वाले लोगों को थानेवार चिन्हित करेगी।
मेरठ में काम कर रहे एक हजार से ज्यादा नेपाली
पुलिस पूछताछ में जानकारी मिली है मेरठ में एक हजार से ज्यादा नेपाल के रहने वाले लोग घरों और आफिसों में काम कर रहे हैं। ज्यादातर की आइडी भारत की बनी हुई है। ऐसे में अनुचरों का पुलिस वेरीफिकेशन बहुत जरूरी हो गया है। कप्तान रोहित सजवाण ने अपील की है कि सभी लोग अपने घरों में रखे जाने वाले अनुचर और किराएदारों का पुलिस सत्यापन जरूर कराएं, ताकि वीर बहादुर जैसे अनुचरों को पकड़ा जा सके। बिल्डर प्रदीप गुप्ता के घर बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले अनुचर वीर बहादुर को पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई। वीर बहादुर के संपर्क में आने वाले अन्य अनुचरों की भी धरपकड़ पुलिस कर रही है।
पांच नेपाली युवकों को उठाकर पूछताछ
गुरुवार को भी पुलिस ने सदर बाजार क्षेत्र से नेपाल का रहने वाला युवक पकड़ा है, जो वीर बहादुर के सीधे संपर्क में नहीं था। यानि वीर बहादुर की बी पार्टी थी। बुधवार रात पुलिस ने बेरीपुरा से पांच नेपाली युवकों को उठाकर पूछताछ की। सभी पर भारत का ही आइडीप्रूफ मिला है। साफ है कि भारत की सीमा में प्रवेश करने के बाद नेपाल के रहने वाले ज्यादातर अनुचर आइडीप्रूफ बनवाने में जुट जाते हैं। आइडीप्रूफ के आधार पर ही दिल्ली, मुंबई और बड़े शहरों में नौकरी कर पाते हैं।
दिल्ली में पांच हजार रुपये में बनाकर देते हैं आधार कार्ड
पूछताछ में एक नेपाली अनुचर ने बताया कि दिल्ली में पांच हजार रुपये में आधार कार्ड बनाकर दे देते हैं। उनके गवाह के रूप में नेपाल के रहने वाले अन्य युवक रहते हैं, जिनका पहले से आइडी कार्ड बना होता है। उसके बाद आसानी से कहीं भी नौकरी मिल जाती है। जनपद में भी एक हजार से ज्यादा नेपाल के रहने वाले लोगों की जानकारी मिली है। कुछ लोगों को दस-दस साल से अधिक समय भी हो गया है।
नेपाल के रहने वालों को थानेवार चिन्हित करेगी पुलिस
पुलिस अब नेपाल के रहने वाले लोगों को थानेवार चिन्हित करेगी। उनका वेरीफिकेशन कराने के लिए आरडब्ल्यूए कालोनी के पदाधिकारियों से बातचीत की जाएगी। साथ ही मोहल्ले के पार्षदों को भी जिम्मा सौंपा जाएगा, जो बाहर के रहने वाले लोगों को सत्यापन कराने पर जोर देंगे। ताकि घरों के अंदर अनुचर कोई बड़ी वारदात को अंजाम न दे सकें।
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इनका कहना है…
नेपाल के रहने वाले अनुचर शहर में तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। आरडब्ल्यूए और पार्षदों को अपने मोहल्ले के लोगों का सत्यापन कराने के लिए कहा जाएगा। यदि वीर बहादुर का वेरीफिकेशन हो जाता तो दिल्ली में चोरी की घटना के बाद प्रदीप गुप्ता के घर नौकरी नहीं कर पाता। ऐसे में सभी को चाहिए कि नौकर और किराएदारों को वेरीफिकेशन कराने के बाद ही रखें।
रोहित सजवाण, एसएसपी
Edited By: Parveen Vashishta
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