राहुल
गांधी
की
भारत
जोड़ो
यात्रा
की
प्रदेश
में
निकाली
जाने
वाली
उप
यात्राओं
को
अब
गोलमाल
और
शॉर्टकट
तरीके
से
आयोजित
किया
जाएगा।
दरअसल
अब
यात्राओं
की
सुस्त
चाल
और
सही
से
नहीं
हुई
मॉनिटरिंग
के
चलते
पूर्व
से
तैयारी
प्लान
कि
अब
रस्म
अदायगी
की
जाने
वाली
है।
उपयात्राओं
का
दौर
3
नवंबर
से
शुरू
होगा।
जबकि
मध्यप्रदेश
के
विंध्य
महाकौशल
और
चंबल
के
कई
जिले
ऐसे
हैं
जहां
से
3
नवंबर
को
पदयात्रा
शुरू
की
जाए
तो
1
महीने
से
ज्यादा
वक्त
में
उसे
राहुल
गांधी
की
यात्रा
वाले
रूट
तक
पहुंचाने
में
लग
जाएगा।
प्रदेश
के
सभी
जिलों
से
निकलने
वाली
17
यात्राएं
राहुल
गांधी
की
यात्रा
में
शामिल
होंगी
भारत
जोड़ो
यात्रा
प्रदेश
में
20
से
21
नवंबर
को
आ
सकती
है।
कांग्रेसियों
ने
उप
यात्राओं
को
1A
2A
3A
4A
5A
1B
2B
3B
4B
5B
1C
2C
3C
4C
5C
और
5D
नाम
दिए,
जो
अलग-अलग
जिलों
से
राहुल
गांधी
की
यात्रा
में
शामिल
होंगी।
1A
पदयात्रा
बालाघाट
जिले
से
शुरू
होगी
जो
खंडवा
में
जाकर
भारत
जोड़ो
की
मुखी
यात्रा
में
मिलेगी।
इन
दोनों
जिलों
की
दूरी
613
किलोमीटर
है।
इसी
तरह
2A
पदयात्रा
अनूपपुर
जिले
से
निकलकर
इंदौर
में
मिलेगी
यह
यात्रा
859
किलोमीटर
की
दूरी
तय
करेगी।
4A
और
4c
सिंगरौली
से
निकलकर
छतरपुर
होते
हुए
यह
पदयात्रा
लगभग
900
किलोमीटर
चलकर
आगर
मालवा
में
राहुल
गांधी
की
यात्रा
से
मिलेगी।
अब
दूर
के
शहरों
से
आने
वालों
को
बहुत
लंबी
पदयात्रा
नहीं
करना
पड़ेगी।
नए
प्लान
के
तहत
बालाघाट
से
निकलने
वाली
पदयात्रा
को
25-30
किलोमीटर
ही
चलाया
जाएगा।
उसके
आगे
दूसरे
जगह
से
पदयात्रा
शुरू
की
जाएगी।
ऐसे
करते
हुए
एक
ही
रूठ
की
पदयात्रा
एक
ही
दिन
में
टुकड़ों-टुकड़ों
में
निकाली
जाएगी।
बाद
में
खंडवा
से
कुछ
दूरी
पर
इस
रूट
पर
पद
यात्रा
करने
वाले
सभी
को
एकत्रित
कर
उप
यात्रा
की
शक्ल
दी
जाएगी
और
राहुल
गांधी
की
यात्रा
में
शामिल
कर
दिया
जाएगा
ऐसा
ही
सिंगरौली,
अनूपपुर,मुरैना
से
आने
वाली
यात्राओं
के
साथ
किया
जाएगा।
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