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मथुरा। एक्सप्रेस-वे पर महिला और दो बच्चों के शव फेंककर हत्या को अबूझ बनाने की कोशिश की गई थी। जुलाई में चार्ज संभालते ही एसएसपी अभिषेक यादव ने इसे चुनौती के रूप में लिया। इसके लिए स्वाट और सर्विलांस की टीम को लगाया। खुद भी प्रतिदिन इसकी मॉनिटरिंग करते रहे। आखिरकार कामयाबी मिल गई। हत्याकांड का खुलासा करने में राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (डीसीआरबी), राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) के डाटाबेस ने सुराग दे दिए।
११ महीने पहले इन शवों को सुरीर, नौहझील और बलदेव में चलती स्कार्पियो से फेंका गया था। महिला व दो बच्चों में संबंध क्या था, इसके लिए पुलिस ने डीएनए जांच के लिए भी भेजा। पुलिस रिपोर्ट का इंतजार करती रही। अभिषेक यादव की मथुरा नई तैनाती हुई तो उन्होंने लंबित पड़े इस केस को चुनौती के रूप में लिया। इसके लिए डाटाबेस पर गहनता से कार्य किया गया। देश के कई राज्यों के क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो से संपर्क साधा गया। सोशल मीडिया पर भी पैंफलेट अपलोड किए गए। सर्विलांस टीम ने मोबाइल नंबर एकत्रित किए। नौहझील और शेरगढ़ पुलिस की टीमों ने लखनऊ, दिल्ली, फरीदाबाद और यूपी के कई जनपदों में गुमशुदगी जांची। आखिरकार पुलिस को दिल्ली के जफरपुरकलां थाने में ८ नवंबर को दर्ज कराई गई गुमशुदगी से मृतकों की फोटो मिलती दिखी। स्वाट टीम जुटी और फिरोजाबाद तक पहुंची। इसके बाद ही ११ महीने में इस तिहरे हत्याकांड का खुलासा हो सका।
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करिश्मा का हाथ से घोंटा गला, बच्चों का गला पैर से घोंटा
एसएसपी ने बताया कि तीसरे पति यशपाल ने अपने दोस्त रवि, अजय और अरविंद के संग तिहरे हत्याकांड की साजिश रची। इसके लिए दोस्तों को ५०-५० हजार रुपये देने के बात भी कही। दीवाली पर गांव चलने की कहकर १ नवंबर को १०.३० बजे दोस्त अजय के संग अपनी पत्नी करिश्मा को लेकर यशपाल फिरोजाबाद के लिए चला। दिल्ली के जाफरपुर मोड़ से ट्रक में सवार होकर बादली पहुंचे। यहां आधे घंटे बाद रवि अपनी स्कार्पियो ले आया। यहां से चलते ही रास्ते में अरविंद उर्फ भट्टारी को भी लेने के लिए कहा। हरियाणा के पंचगांव में अरविंद मिलने के बाद घाटा चढ़ाई से पहले फरीदाबाद में चाय पी। अजय ने स्कार्पियो की कमान संभाली तो पलवल पार करते ही अलीगढ़ रोड पर ढाबे पर अरविंद और रवि ने शराब पी। पैरीफेररल से एक्सप्रेसवे पर रात करीब ढाई बजे पहुंचे। चलती गाड़ी में करिश्मा की गला घोंटकर हत्या की। उसके बाद बच्चों की पैर से गला दबाकर हत्या कर दी। बच्चों को चलती गाड़ी से फेंका तो महिला के कपडे़ फाड़ने के बाद गाड़ी रोककर उसके शव को फेंका गया। एक बच्चे का शव बाड़ के तारों पर लटका मिला था।
एक साल तक दोनों बेटे उपेंद्र के पास छोड़े
एसएसपी ने बताया कि २०१९ में कोर्ट में यशपाल से तीसरी शादी होने के बाद करिश्मा दिल्ली के जफरपुर में रहने लगी। बच्चों का नापंसद करने के चलते यशपाल और करिश्मा में अनबन हो गई। करिश्मा दोनों बच्चों को अपने दूसरे पति उपेंद्र के पास ओरैया छोड़ आई। यहां एक साल तक रहने के बाद रक्षाबंधन के आसपास फिर बच्चों को लेकर दिल्ली ले आई। इसी से परेशान होकर ट्रक चालक यशपाल ने मां और दोनों बेटों की बेरहमी से हत्या का प्लान बनाया और उसे अंजाम तक पहुंचाया।
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६ दिन बाद दर्ज कराई जफरपुरकलां थाने में गुमशुदगी
छह दिन बाद दिल्ली के जफरपुरकलां थाने में यशपाल ने पत्नी और सौतेले बेटों की गुमशुदगी दर्ज कराई। ८ नवंबर को दर्ज कराई गुमशुदगी में पत्नी का फोटो दिया, पर बेटों के अलग-अलग न देकर ही एक बेटे के दो फोटो दिए थे।
अरविंद फिरोजाबाद में भी कर चुका है हत्या, भाई पुलिस में
तिहरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड यशपाल का अरविंद ममेरा भाई है। अरविंद का सगा भाई मथुरा पुलिस लाइन में तैनात है। अरविंद पर पूर्व में दो केस चल रहे हैं। अरविंद ने फिरोजाबाद में एक हत्या भी की थी। पुलिस रवि, यशपाल और अजय का भी रिकॉर्ड खंगाल रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मास्टरमाइंड समेत तीनों हत्यारोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
मिलेगा २५ हजार का इनाम
तिहरे हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को एडीजी आगरा राजीव कृष्ण ने २५ हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। खुद एसएसपी ने टीम के सभी सदस्यों की पीठ थपथपाकर उत्सावर्धन किया।
मथुरा। एक्सप्रेस-वे पर महिला और दो बच्चों के शव फेंककर हत्या को अबूझ बनाने की कोशिश की गई थी। जुलाई में चार्ज संभालते ही एसएसपी अभिषेक यादव ने इसे चुनौती के रूप में लिया। इसके लिए स्वाट और सर्विलांस की टीम को लगाया। खुद भी प्रतिदिन इसकी मॉनिटरिंग करते रहे। आखिरकार कामयाबी मिल गई। हत्याकांड का खुलासा करने में राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (डीसीआरबी), राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) के डाटाबेस ने सुराग दे दिए।
११ महीने पहले इन शवों को सुरीर, नौहझील और बलदेव में चलती स्कार्पियो से फेंका गया था। महिला व दो बच्चों में संबंध क्या था, इसके लिए पुलिस ने डीएनए जांच के लिए भी भेजा। पुलिस रिपोर्ट का इंतजार करती रही। अभिषेक यादव की मथुरा नई तैनाती हुई तो उन्होंने लंबित पड़े इस केस को चुनौती के रूप में लिया। इसके लिए डाटाबेस पर गहनता से कार्य किया गया। देश के कई राज्यों के क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो से संपर्क साधा गया। सोशल मीडिया पर भी पैंफलेट अपलोड किए गए। सर्विलांस टीम ने मोबाइल नंबर एकत्रित किए। नौहझील और शेरगढ़ पुलिस की टीमों ने लखनऊ, दिल्ली, फरीदाबाद और यूपी के कई जनपदों में गुमशुदगी जांची। आखिरकार पुलिस को दिल्ली के जफरपुरकलां थाने में ८ नवंबर को दर्ज कराई गई गुमशुदगी से मृतकों की फोटो मिलती दिखी। स्वाट टीम जुटी और फिरोजाबाद तक पहुंची। इसके बाद ही ११ महीने में इस तिहरे हत्याकांड का खुलासा हो सका।
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करिश्मा का हाथ से घोंटा गला, बच्चों का गला पैर से घोंटा
एसएसपी ने बताया कि तीसरे पति यशपाल ने अपने दोस्त रवि, अजय और अरविंद के संग तिहरे हत्याकांड की साजिश रची। इसके लिए दोस्तों को ५०-५० हजार रुपये देने के बात भी कही। दीवाली पर गांव चलने की कहकर १ नवंबर को १०.३० बजे दोस्त अजय के संग अपनी पत्नी करिश्मा को लेकर यशपाल फिरोजाबाद के लिए चला। दिल्ली के जाफरपुर मोड़ से ट्रक में सवार होकर बादली पहुंचे। यहां आधे घंटे बाद रवि अपनी स्कार्पियो ले आया। यहां से चलते ही रास्ते में अरविंद उर्फ भट्टारी को भी लेने के लिए कहा। हरियाणा के पंचगांव में अरविंद मिलने के बाद घाटा चढ़ाई से पहले फरीदाबाद में चाय पी। अजय ने स्कार्पियो की कमान संभाली तो पलवल पार करते ही अलीगढ़ रोड पर ढाबे पर अरविंद और रवि ने शराब पी। पैरीफेररल से एक्सप्रेसवे पर रात करीब ढाई बजे पहुंचे। चलती गाड़ी में करिश्मा की गला घोंटकर हत्या की। उसके बाद बच्चों की पैर से गला दबाकर हत्या कर दी। बच्चों को चलती गाड़ी से फेंका तो महिला के कपडे़ फाड़ने के बाद गाड़ी रोककर उसके शव को फेंका गया। एक बच्चे का शव बाड़ के तारों पर लटका मिला था।
एक साल तक दोनों बेटे उपेंद्र के पास छोड़े
एसएसपी ने बताया कि २०१९ में कोर्ट में यशपाल से तीसरी शादी होने के बाद करिश्मा दिल्ली के जफरपुर में रहने लगी। बच्चों का नापंसद करने के चलते यशपाल और करिश्मा में अनबन हो गई। करिश्मा दोनों बच्चों को अपने दूसरे पति उपेंद्र के पास ओरैया छोड़ आई। यहां एक साल तक रहने के बाद रक्षाबंधन के आसपास फिर बच्चों को लेकर दिल्ली ले आई। इसी से परेशान होकर ट्रक चालक यशपाल ने मां और दोनों बेटों की बेरहमी से हत्या का प्लान बनाया और उसे अंजाम तक पहुंचाया।
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६ दिन बाद दर्ज कराई जफरपुरकलां थाने में गुमशुदगी
छह दिन बाद दिल्ली के जफरपुरकलां थाने में यशपाल ने पत्नी और सौतेले बेटों की गुमशुदगी दर्ज कराई। ८ नवंबर को दर्ज कराई गुमशुदगी में पत्नी का फोटो दिया, पर बेटों के अलग-अलग न देकर ही एक बेटे के दो फोटो दिए थे।
अरविंद फिरोजाबाद में भी कर चुका है हत्या, भाई पुलिस में
तिहरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड यशपाल का अरविंद ममेरा भाई है। अरविंद का सगा भाई मथुरा पुलिस लाइन में तैनात है। अरविंद पर पूर्व में दो केस चल रहे हैं। अरविंद ने फिरोजाबाद में एक हत्या भी की थी। पुलिस रवि, यशपाल और अजय का भी रिकॉर्ड खंगाल रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मास्टरमाइंड समेत तीनों हत्यारोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
मिलेगा २५ हजार का इनाम
तिहरे हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को एडीजी आगरा राजीव कृष्ण ने २५ हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। खुद एसएसपी ने टीम के सभी सदस्यों की पीठ थपथपाकर उत्सावर्धन किया।
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