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बलिया। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने मृतक परिवारों के लिए डीएनएस (डेथ नोटिफिकेशन सर्विस) ऐप की शुरुआत गंगा बहुउद्देशीय सभागार से की। इस ऐप की शुरुआत करने का उद्देश्य मृतक व्यक्ति के अभिलेख को तैयार करने और परिवार जनों को सरकारी विभागों की भाग दौड़ से बचने के लिए किया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस ऐप के माध्यम से मृतक परिवार के लोगों को मृतक व्यक्ति के अभिलेखों को बनवाने में आसानी होगी। अब मृतक परिवार के लोग इस ऐप के माध्यम से सभी विभागों को एक साथ एक ही प्लेटफॉर्म के माध्यम से सूचना प्रेषित कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सूचना तकनीकी के दौर में सभी लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने पांच परिवार के लोगों को मृतक प्रमाण पत्र भी दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि मृतक परिवार जनों के दुख को खत्म तो नहीं किया जा सकता परंतु उनकी पीड़ा को अवश्य कम किया जा सकता है। आज तकनीकी युग का दौर है, आधार से सब कुछ जुड़ा है, आधार से हमारी पूरी व्यवस्था लिंक है। मृत्यु के बाद परिवार के लोगों को विभाग के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इस ऐप के लांच हो जाने से मृतक परिवार के लोगों को सारी सुविधाएं एक ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो जाएंगी। केवल व्यक्ति का नाम और उसकी आधार सूचना ऐप पर डालने पर ही उस व्यक्ति को जो भी सुविधाएं मिल रही थी उसकी जानकारी हो जाएगी। मृतक व्यक्ति की सूचना देने की जिम्मेदारी न केवल मृतक परिवार के लोगों को बल्कि परिवार के अन्य सदस्य, आस-पड़ोस के लोग रिश्तेदार कोई भी दे सकता है।
सरकारी कर्मचारी आपके घर आकर सत्यापन करेगा और योजनाओं का लाभ आप लोगों को मिलेगा। जैसे कि वरासत, कृषि योजनाओं का लाभ तथा सरकारी योजनाओं का लाभ आपके दरवाजे पर पहुंचेगा। राजस्व, स्वास्थ्य, समाज कल्याण विभाग की जो भी योजनाएं हैं वह सभी मृतक व्यक्ति के परिवार जनों को मिलेंगी। इस मौके पर राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग के कर्मचारी आदि रहे।
बलिया। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने मृतक परिवारों के लिए डीएनएस (डेथ नोटिफिकेशन सर्विस) ऐप की शुरुआत गंगा बहुउद्देशीय सभागार से की। इस ऐप की शुरुआत करने का उद्देश्य मृतक व्यक्ति के अभिलेख को तैयार करने और परिवार जनों को सरकारी विभागों की भाग दौड़ से बचने के लिए किया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस ऐप के माध्यम से मृतक परिवार के लोगों को मृतक व्यक्ति के अभिलेखों को बनवाने में आसानी होगी। अब मृतक परिवार के लोग इस ऐप के माध्यम से सभी विभागों को एक साथ एक ही प्लेटफॉर्म के माध्यम से सूचना प्रेषित कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सूचना तकनीकी के दौर में सभी लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने पांच परिवार के लोगों को मृतक प्रमाण पत्र भी दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि मृतक परिवार जनों के दुख को खत्म तो नहीं किया जा सकता परंतु उनकी पीड़ा को अवश्य कम किया जा सकता है। आज तकनीकी युग का दौर है, आधार से सब कुछ जुड़ा है, आधार से हमारी पूरी व्यवस्था लिंक है। मृत्यु के बाद परिवार के लोगों को विभाग के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इस ऐप के लांच हो जाने से मृतक परिवार के लोगों को सारी सुविधाएं एक ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो जाएंगी। केवल व्यक्ति का नाम और उसकी आधार सूचना ऐप पर डालने पर ही उस व्यक्ति को जो भी सुविधाएं मिल रही थी उसकी जानकारी हो जाएगी। मृतक व्यक्ति की सूचना देने की जिम्मेदारी न केवल मृतक परिवार के लोगों को बल्कि परिवार के अन्य सदस्य, आस-पड़ोस के लोग रिश्तेदार कोई भी दे सकता है।
सरकारी कर्मचारी आपके घर आकर सत्यापन करेगा और योजनाओं का लाभ आप लोगों को मिलेगा। जैसे कि वरासत, कृषि योजनाओं का लाभ तथा सरकारी योजनाओं का लाभ आपके दरवाजे पर पहुंचेगा। राजस्व, स्वास्थ्य, समाज कल्याण विभाग की जो भी योजनाएं हैं वह सभी मृतक व्यक्ति के परिवार जनों को मिलेंगी। इस मौके पर राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग के कर्मचारी आदि रहे।
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