Jalore : जालोर ज़िले में पुलिस ने होटल व्यवसाय में मिलती-जुलती फर्जी फर्म बनाकर जालसाजी व धोखाधड़ी करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमाण्ड पर सौंपा गया है. जबकि मामले में दो आरोपी फरार है. जालोर कोतवाल अरविन्द राजपुरोहित ने बताया कि परिवादी शहर निवासी महिपालसिंह पुत्र ईश्वरसिंह राजपुत ने मामला दर्ज करवाया कि होटल व्यवसाय करने को लेकर दिनेशसिंह शेखावत, महेन्द्रसिंह तंवर व धर्मपालसिंह शेखावत ने मिलकर एक फर्म कंज होटल एण्ड रिसोर्ट इण्डिया प्रा.लि. के नाम से बनाई. जिसका यश बैंक भीनमाल में बैंक खाता था.
हमारी फर्म का मूल बैंक खाता है एवं इसी नाम से व्यवसाय कर रहे थे. बाद में आरोपी दिनेशसिंह शेखावत, महेन्द्रसिंह तंवर, धर्मपालसिंह शेखावत ने मुझे धोखे में रखकर बदनियतीपूर्वक व धोखाधड़ी करने के मकसद से इसी नाम से मिलती-जुलती फर्म कूटरचना कर पडयंत्रपूर्वक फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बनाई. फर्म में ऑनलाइन बुकिंग से होने वाली जमा हमारी फर्म के खाते में जमा नहीं करवाकर फर्जी फर्म के बैंक खाते में जमा हो रही थी. जो कि फर्जी बैंक खाता आईसीआईसीआई बैंक शाखा उदयपुर हैं. जिसमें मुलजिमान द्वारा रुपयों को जमा करवाकर मूल मेरी फर्म के साथ मेरे साथ धोखा किया गया गबन किया. जिस पर पुलिस ने आरोपी जयपुर दिनेशसिंह शेखावत को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे तीन दिन के रिमाण्ड पर सौंपा गया है.
यह था मामला-
जालोर कोतवाली अरविन्द राजपुरोहित ने बताया कि परिवादी शहर निवासी महिपालसिंह पुत्र ईश्वरसिंह राजपुत ने मामला दर्ज करवाया कि होटल व्यवसाय करने को लेकर दिनेशसिंह शेखावत, महेन्द्रसिंह तंवर व धर्मपालसिंह शेखावत ने मिलकर एक फर्म कंज होटल एण्ड रिसोर्ट इण्डिया प्रा.लि. के नाम से बनाई. जिसका यश बैंक भीनमाल में बैंक खाता था. हमारी फर्म का मूल बैंक खाता है एवं इसी नाम से व्यवसाय कर रहे थे. बाद में आरोपी दिनेशसिंह शेखावत, महेन्द्रसिंह तंवर, धर्मपालसिंह शेखावत ने मुझे धोखे में रखकर बदनियतीपूर्वक व धोखाधड़ी करने के मकसद से इसी नाम से मिलती-जुलती फर्म कूटरचना कर पडयंत्रपूर्वक फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बनाई. फर्म में ऑनलाइन बुकिंग से होने वाली जमा हमारी फर्म के खाते में जमा नहीं करवाकर फर्जी फर्म के बैंक खाते में जमा हो रही थी. जो कि फर्जी बैंक खाता आईसीआईसीआई बैंक शाखा उदयपुर हैं. जिसमें मुलजिमान द्वारा रुपयों को जमा करवाकर मूल मेरी फर्म के साथ मेरे साथ धोखा किया गया गबन किया. जिस पर पुलिस ने आरोपी जयपुर दिनेशसिंह शेखावत को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे तीन दिन के रिमाण्ड पर सौंपा गया है.
इनका कहना है
उक्त व्यक्ति हमारे यहां पर काम करते थे. जिन्होंने मेरे पिता का विश्वास जीतकर जो हमारे नाम की कंपनी थी. उसके नाम से मिलता जुलता नाम रखकर हमारे होटल का पेमेंट उसमें ट्रांसफर करने लगे सभी तरह का खर्च हमारे द्वारा किया जा रहा था. जिसमें इलेक्ट्रिसिटी लीज भरना सहित सब खर्चा द्वारा किया जा रहा था. जिसमें करीब 4 से 5 महीने तक करोडो रुपए का गबन किया. इस के अलावा इन के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित विभिन्न तरह के अलग-अलग जगहों पर प्रकरण भी दर्ज हैं.
Reporter- Dungar Singh
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