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गांदरबल। केंद्रीय शिक्षा एवं विदेश राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह मंगलवार को जनसंपर्क कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय दौरे पर गांदरबल पहुंचे। मंत्री ने सैनिक स्कूल मानसबल और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (बाल) सफापोरा का दौरा किया।
मंत्री ने कहा कि सैनिक स्कूल शिक्षा प्रणाली युवा कैडेटों को सोच की अवधारणा के साथ विकसित करने के लिए केंद्रित हैं । उन्होंने स्कूल संकाय सदस्यों को वास्तविक जीवन की अवधारणा के साथ युवा कौशल बढ़ाने का निर्देश दिया, ताकि विद्यार्थी राष्ट्रभक्ति के साथ देश की सेवा कर सकें। उन्होंने कहा कि भारत अपनी आजादी के 100 साल बाद विश्व गुरु बनना चाहता है और छात्रों से इस संबंध में अपने लक्ष्य निर्धारित करने को कहा।
स्कूल के छात्रों के साथ बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 स्कूली शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा सहित उच्च शिक्षा में विभिन्न सुधारों का प्रस्ताव करती है, जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री भारत केंद्रित शिक्षा प्रणाली स्थापित करने में प्रतिबद्ध हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सभी छात्रों के लिए एक स्थायी तरीके से समान पहुंच के प्रावधान के साथ ताकि जम्मू-कश्मीर में शिक्षा प्रणाली देश के अन्य हिस्सों के बराबर हो।
सैनिक स्कूल के प्रधानाध्यापक ने मंत्री का स्वागत किया और विद्यार्थियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इसके बाद मंत्री ने सफापोरा स्कूल का दौरा किया, जहां उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक जिले में शिक्षा परिदृश्य की समीक्षा की। डीसी ने जिले में 100 प्रतिशत साक्षरता सुनिश्चित करने के लिए की गई पहलों और मशाल-ए-गाश साक्षरता अभियान के बारे में बताया।
स्कूली छात्रों ने इस साक्षरता अभियान पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाटक प्रस्तुत किया। मौके पर गांदरबल के डीसी श्यामबीर, सीईओ और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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सफापोरा में डिग्री कॉलेज की मांग उठाई
सफापोरा के पीआरआई सदस्यों से मंत्री से मुलाकात कर सफापोरा में डिग्री कॉलेज खोलने की मांग की। मंत्री ने पंचायतीराज संस्थाओं के मुद्दों का जवाब देते हुए डीसी को इस संबंध में प्रस्ताव भेजने को कहा, ताकि उस पर चर्चा की जा सके। रंजन ने माता खीर भवानी मंदिर तुलमुला में माथा टेका।
इससे पहले मिनी सचिवालय गांदरबल में उपायुक्त, एसएसपी, एडीडीसी और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने मंत्री का स्वागत किया।
गांदरबल। केंद्रीय शिक्षा एवं विदेश राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह मंगलवार को जनसंपर्क कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय दौरे पर गांदरबल पहुंचे। मंत्री ने सैनिक स्कूल मानसबल और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (बाल) सफापोरा का दौरा किया।
मंत्री ने कहा कि सैनिक स्कूल शिक्षा प्रणाली युवा कैडेटों को सोच की अवधारणा के साथ विकसित करने के लिए केंद्रित हैं । उन्होंने स्कूल संकाय सदस्यों को वास्तविक जीवन की अवधारणा के साथ युवा कौशल बढ़ाने का निर्देश दिया, ताकि विद्यार्थी राष्ट्रभक्ति के साथ देश की सेवा कर सकें। उन्होंने कहा कि भारत अपनी आजादी के 100 साल बाद विश्व गुरु बनना चाहता है और छात्रों से इस संबंध में अपने लक्ष्य निर्धारित करने को कहा।
स्कूल के छात्रों के साथ बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 स्कूली शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा सहित उच्च शिक्षा में विभिन्न सुधारों का प्रस्ताव करती है, जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री भारत केंद्रित शिक्षा प्रणाली स्थापित करने में प्रतिबद्ध हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सभी छात्रों के लिए एक स्थायी तरीके से समान पहुंच के प्रावधान के साथ ताकि जम्मू-कश्मीर में शिक्षा प्रणाली देश के अन्य हिस्सों के बराबर हो।
सैनिक स्कूल के प्रधानाध्यापक ने मंत्री का स्वागत किया और विद्यार्थियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इसके बाद मंत्री ने सफापोरा स्कूल का दौरा किया, जहां उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक जिले में शिक्षा परिदृश्य की समीक्षा की। डीसी ने जिले में 100 प्रतिशत साक्षरता सुनिश्चित करने के लिए की गई पहलों और मशाल-ए-गाश साक्षरता अभियान के बारे में बताया।
स्कूली छात्रों ने इस साक्षरता अभियान पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाटक प्रस्तुत किया। मौके पर गांदरबल के डीसी श्यामबीर, सीईओ और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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सफापोरा में डिग्री कॉलेज की मांग उठाई
सफापोरा के पीआरआई सदस्यों से मंत्री से मुलाकात कर सफापोरा में डिग्री कॉलेज खोलने की मांग की। मंत्री ने पंचायतीराज संस्थाओं के मुद्दों का जवाब देते हुए डीसी को इस संबंध में प्रस्ताव भेजने को कहा, ताकि उस पर चर्चा की जा सके। रंजन ने माता खीर भवानी मंदिर तुलमुला में माथा टेका।
इससे पहले मिनी सचिवालय गांदरबल में उपायुक्त, एसएसपी, एडीडीसी और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने मंत्री का स्वागत किया।
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