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ललितपुर। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि जबसे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कमजोर हुई है तब से प्रदेश हर क्षेत्र में पिछड़ने के कारण बर्बादी के कगार पर जा रहा है। सत्ताधारी और क्षेत्रीय दल लोगों को धर्म और जाति के नाम पर बांट कर राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जनपद में पहली बार आए प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकर्ताओं ने टोल प्लाजा पर जोरदार स्वागत किया।
एक विवाह घर में आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जहां सड़कों पर बेरोजगारी, महंगाई, जातिवाद और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष कर रही है, वहीं सत्ताधारी दल पूंजीपतियों के हाथ की कठपुतली बना हुआ है। अब धीरे-धीरे प्रदेश सहित सभी राज्यों में क्षेत्रीय दल कमजोर हो रहे हैं और कांग्रेस मजबूत होकर निकल रही है। उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं से सभी प्रकार के आपसी मनमुटाव को भुलाकर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि कांग्रेस आगामी नगर निगम , पालिका और पंचायतों के चुनाव में दमखम के साथ उतरेगी और संगठन और पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि अकेली कांग्रेस पार्टी ही है जो देश में हो रहे शोषण के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करती है।
कानपुर प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव ने चुनाव में एकजुट होकर कांग्रेस के प्रत्याशियों को विजयी बनाने का आह्वान किया। इस मौके पर राकेश रजक, रामनरेश दुबे, हरी बाबू शर्मा, अंकित यादव, मोंटी शुक्ला, संजय जाटव, संजय मोदी, बृजेश शांडिल्य, संजीव चौरसिया आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
उपेक्षा पर भड़के कांग्रेस नेता ने सुनाई खरी-खोटी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की बैठक में वरिष्ठ नेता प्रदीप रिछारिया को बोलने का मौका नहीं मिला तो वह बैठक के समापन के बाद गेस्ट हाउस से बाहर आकर आयोजकों को खरी खोटी सुनाने लगे। इसी बीच कानपुर-बुंदेलखंड के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो वह उखड़ गए और कहा कि 20 साल से पार्टी में काम कर रहे हैं। सुबह टोल प्लाजा पर करीब 100 कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया, लेकिन बैठक में जब वह संगठन को मजबूत करने के लिए कुछ कहना चाहते थे तो उन्हें बोलने का मौका तक नहीं दिया गया। मामला तूल पकड़ते देख प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि आप अनुशासनहीनता कर रहे हैं तो प्रदीप ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष अपनी बात कहना अनुशासनहीनता की परिधि में नहीं आना चाहिए। वह तो अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं। जिससे आगे कुछ सुधार हो सके। हालांकि बाद में संगठन के नेताओं ने उन्हें वहां से हटा दिया। ब्यूरो
ललितपुर। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि जबसे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कमजोर हुई है तब से प्रदेश हर क्षेत्र में पिछड़ने के कारण बर्बादी के कगार पर जा रहा है। सत्ताधारी और क्षेत्रीय दल लोगों को धर्म और जाति के नाम पर बांट कर राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जनपद में पहली बार आए प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकर्ताओं ने टोल प्लाजा पर जोरदार स्वागत किया।
एक विवाह घर में आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जहां सड़कों पर बेरोजगारी, महंगाई, जातिवाद और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष कर रही है, वहीं सत्ताधारी दल पूंजीपतियों के हाथ की कठपुतली बना हुआ है। अब धीरे-धीरे प्रदेश सहित सभी राज्यों में क्षेत्रीय दल कमजोर हो रहे हैं और कांग्रेस मजबूत होकर निकल रही है। उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं से सभी प्रकार के आपसी मनमुटाव को भुलाकर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि कांग्रेस आगामी नगर निगम , पालिका और पंचायतों के चुनाव में दमखम के साथ उतरेगी और संगठन और पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि अकेली कांग्रेस पार्टी ही है जो देश में हो रहे शोषण के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करती है।
कानपुर प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव ने चुनाव में एकजुट होकर कांग्रेस के प्रत्याशियों को विजयी बनाने का आह्वान किया। इस मौके पर राकेश रजक, रामनरेश दुबे, हरी बाबू शर्मा, अंकित यादव, मोंटी शुक्ला, संजय जाटव, संजय मोदी, बृजेश शांडिल्य, संजीव चौरसिया आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
उपेक्षा पर भड़के कांग्रेस नेता ने सुनाई खरी-खोटी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की बैठक में वरिष्ठ नेता प्रदीप रिछारिया को बोलने का मौका नहीं मिला तो वह बैठक के समापन के बाद गेस्ट हाउस से बाहर आकर आयोजकों को खरी खोटी सुनाने लगे। इसी बीच कानपुर-बुंदेलखंड के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो वह उखड़ गए और कहा कि 20 साल से पार्टी में काम कर रहे हैं। सुबह टोल प्लाजा पर करीब 100 कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया, लेकिन बैठक में जब वह संगठन को मजबूत करने के लिए कुछ कहना चाहते थे तो उन्हें बोलने का मौका तक नहीं दिया गया। मामला तूल पकड़ते देख प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि आप अनुशासनहीनता कर रहे हैं तो प्रदीप ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष अपनी बात कहना अनुशासनहीनता की परिधि में नहीं आना चाहिए। वह तो अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं। जिससे आगे कुछ सुधार हो सके। हालांकि बाद में संगठन के नेताओं ने उन्हें वहां से हटा दिया। ब्यूरो
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