रायसेन(नवदुनिया प्रतिनिधि)। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने शनिवार को रायसेन जिला के गौहरगंज कस्बा का निरीक्षण किया। जहां शिशु गृह में निरीक्षण के दौरान तीन बच्चों के नाम व धर्म बदल कर बालगृह संचालक द्वारा नए नाम व धर्म के दस्तावेज बनवा लेने का मामला मिला है। कानूनगो ने प्रशासन को ट्वीट करते हुए लिखा है कि बच्चों के धर्म परिवर्तन का मामला गंभीर है। जिला प्रशासन को संचालक हसीन परवेज के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। कानूनगो ने बताया कि हमें शिकायत मिली थी कि लगभग दो वर्ष पहले एकल परिवार के तीन बच्चों को जो आपस में भाई-बहन है। जिन्हें शिशुगृह लाया गया था। बाद में उन बच्चों का धर्म परिवर्तन करते हुए दस्तावेजों में नाम बदल दिए गए थे। हमने शिकायत के आधार पर आज जब उन बच्चों से मुलाकात की तो बच्चों ने बताया कि उनके माता-पिता हिन्दू थे, जबकि शिशगृह में उनके नाम मुस्लिम कर दिए गए हैं। जबकि पुराने नाम हिन्दू थे। लेकिन शिशुगृह के संचालक ने उनके आधार कार्य मुस्लिम नाम से बनवाए गए हैं। उनके स्कूलों में भी नाम इसी प्रकार लिखे गए हैं। बच्चों की आइडेंटिटी बदला जाना यूनाइटेड नेशन के कंवेंशन एंड राइट आफ चिल्ड्रन का उल्लंघन, भारत के संविधान व इंडियन पैनल कोड के एक्ट का उल्लंघन है। हमने एसपी से फोन पर चर्चा करते हुए संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा है।कानूनगो के निर्देश पर प्रशासन सक्रिय हो गया है। शिशुगृह के संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर अरविंद दुबे ने एसडीएम व महिला एवं बाल विकास अधिकारी को संबंधित मामले की तत्काल जांच करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network
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