Ranchi: झारखंड पावर वर्कर्स यूनियन के केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक रविवार को आहूत की गयी. बैठक में सभी जोन एवं क्षेत्रीय परिषद के सदस्य पहुंचे. निगम प्रबंधन के द्वारा यूनियन से किए गए इकरारनामा पर चर्चा की हुई. जहां शामिल सभी सदस्यों ने प्रबंधन के विरुद्ध आवाज उठाई. सदस्यों ने कहा कि प्रबंधन द्वारा लगातार पदाधिकारियों को प्रोन्नति दी जा रही है. वहीं किसी भी कर्मचारी को आज तक कोई प्रोन्नति नहीं दी गई. बल्कि तृतीय संवर्ग के तकनीकी कर्मी को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी बना दिया गया. प्रबंधन का आदेश के कारण सभी कर्मियों का प्रोन्नति कहीं-कहीं तो वार्षिक वेतन वृद्धि तक रोक दी गई है. प्रबंधन के दो सितंबर के आदेश के कारण फील्ड में दुविधा की स्थिति है. यूनियन के अध्यक्ष आशीष कुमार ने कहा कि इस संदर्भ में कई बार अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक से गुहार लगाई गई, लेकिन न्याय नहीं मिला. निदेशक मानव संसाधन से कई बार वार्ता हुई. अधिकारी यूनियन से सहमत भी हुए लेकिन अपने गलत आदेश को वापस नहीं लिया. जिससे सभी कर्मियों में भारी असंतोष हैं.
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केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 6 दिसंबर को निगम मुख्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन और 7 दिसंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का निर्णय लिया गया है. संघ के महामंत्री वरुण कुमार ने बताया कि तकनीकी कर्मी का प्रोन्नति बाधित है. वही मुख्यालय में लेखा शाखा एवं सामान्य शाखा के कर्मियों को भी प्रोन्नति नहीं दी गई है जो अति दुखद है. आशीष कुमार ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी मांगे नहीं मांगी गई तो आगामी 6 दिसंबर से बोर्ड मुख्यालय के समक्ष आंदोलन की जाएगी. इसकी सारी जवाबदेही बोर्ड प्रबंधन की होगी. हुए थे जिनमें संघ के कोषाध्यक्ष अरुण कुमार विद्यार्थी अतिरिक्त विनय कुमार उप महामंत्री सुशील तुरी अरुण कुमार समेत अन्य मौजूद रहे. जानकारी हो कि कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से राज्य की बिजली व्यस्तता पर असर पड़ सकता है.
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