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चंडीगढ़। वर्ष 2015 और इसके बाद से हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा पास करने वाल अभ्यर्थियों को हरियाणा सरकार राहत देने की तैयारी में है। हरियाणा सरकार एचटेट की वैधता 7 साल से बढ़ाकर ताउम्र करने जा रही है। हालांकि, इससे पहले तमाम तकनीकी अड़चनों को दूर किया जा रहा है। संभावना है कि जल्द ही इस बारे में सरकार की ओर से अधिसूचना जारी की जाएगी। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के उन एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों की सीधा लाभ होगा, जिनके प्रमाण पत्र दिसंबर माह तक ही वैध थे।
बुधवार को प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार एचेटट की वैधता सात साल से बढ़ाने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार एक साल पहले ही इस फैसले को सैधांतिक रूप से मान चुकी है। सरकार का मानना है कि एक ही परीक्षा में बार बार खुद को योग्य साबित करना ठीक नहीं है। इसलिए तमाम पहलुओं को देखते हुए इसको लेकर अधिसूचना जारी की जाएगी। गुर्जर का कहना है कि अभी इस बात पर अंतिम फैसला लिया जाना है कि यह फैसला मान्य कब से होगा।
गौरतलब है कि एचटेट की मान्यता उम्रभर करने को लेकर पिछले काफी समय से मांग उठ रही है। पिछले साल केंद्र के सीटेट की तर्ज पर एचटेट की वैधता ताउम्र करने की सरकार ने घोषणा की थी, लेकिन एक साल बीतने के बाद भी इसको लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। इसको लेकर एचटेट पात्र अध्यापक संघ लगातार संघर्ष करता रहा है।
एक लाख अभ्यर्थियों को होगा सीधा लाभ
हरियाणा सरकार के इस फैसले प्रदेश के एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों को सीधा लाभ होगा। क्योंकि वर्ष 2015 में एचटेट परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र इस साल दिसंबर माह तक ही वैध हैं। इसके बाद इनकी सात साल की वैधता खत्म हो जाएगी। सरकार के एचटेट की वैधता उम्रभर करने से इनको राहत मिलेगी। इसके अलावा, एक बार परीक्षा पास करने का बाद अभ्यर्थी को बार बार परीक्षा नहीं देनी होगी। साथ ही सरकार के उम्र के नियमों के अनुसार शिक्षक भर्ती के लिए दावेदार होगा।
2008 से शुरू हुआ एचटेट, 13 साल किया संषर्घ
हरियाणा में 2008 में हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा शुरू हुई थी। इसके बाद वर्ष 2009 हरियाणा पात्र अध्यापक संघ का गठन हुआ और एचटेट की वैधता पांच साल की बजाए ताउम्र करने का संघर्ष शुरू हुआ। पात्र अध्यापक संघ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने इसके लिए कई आक्रोश रैलियां और आमरन अनशन भी किए। इसके अलावा, हरियाणा सरकार से लेकर केंद्र तक ज्ञापन भेजे गए, ताकि पात्रों को बार बार परीक्षा न देनी पड़े।
प्रदेश सरकार हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा की वैधता 7 साल से बढ़ाकर उम्रभर करने जा रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री स्तर पर मंथन चल रहा है और सरकार पहले ही इसको सैद्धांतिक रूप से मान चुकी है कि बार बार योग्यता परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। तकनीकी दिक्कतों को दूर करते हुए जल्द ही इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। -कंवर पाल गुर्जर, शिक्षा मंत्री
चंडीगढ़। वर्ष 2015 और इसके बाद से हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा पास करने वाल अभ्यर्थियों को हरियाणा सरकार राहत देने की तैयारी में है। हरियाणा सरकार एचटेट की वैधता 7 साल से बढ़ाकर ताउम्र करने जा रही है। हालांकि, इससे पहले तमाम तकनीकी अड़चनों को दूर किया जा रहा है। संभावना है कि जल्द ही इस बारे में सरकार की ओर से अधिसूचना जारी की जाएगी। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के उन एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों की सीधा लाभ होगा, जिनके प्रमाण पत्र दिसंबर माह तक ही वैध थे।
बुधवार को प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार एचेटट की वैधता सात साल से बढ़ाने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार एक साल पहले ही इस फैसले को सैधांतिक रूप से मान चुकी है। सरकार का मानना है कि एक ही परीक्षा में बार बार खुद को योग्य साबित करना ठीक नहीं है। इसलिए तमाम पहलुओं को देखते हुए इसको लेकर अधिसूचना जारी की जाएगी। गुर्जर का कहना है कि अभी इस बात पर अंतिम फैसला लिया जाना है कि यह फैसला मान्य कब से होगा।
गौरतलब है कि एचटेट की मान्यता उम्रभर करने को लेकर पिछले काफी समय से मांग उठ रही है। पिछले साल केंद्र के सीटेट की तर्ज पर एचटेट की वैधता ताउम्र करने की सरकार ने घोषणा की थी, लेकिन एक साल बीतने के बाद भी इसको लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। इसको लेकर एचटेट पात्र अध्यापक संघ लगातार संघर्ष करता रहा है।
एक लाख अभ्यर्थियों को होगा सीधा लाभ
हरियाणा सरकार के इस फैसले प्रदेश के एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों को सीधा लाभ होगा। क्योंकि वर्ष 2015 में एचटेट परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र इस साल दिसंबर माह तक ही वैध हैं। इसके बाद इनकी सात साल की वैधता खत्म हो जाएगी। सरकार के एचटेट की वैधता उम्रभर करने से इनको राहत मिलेगी। इसके अलावा, एक बार परीक्षा पास करने का बाद अभ्यर्थी को बार बार परीक्षा नहीं देनी होगी। साथ ही सरकार के उम्र के नियमों के अनुसार शिक्षक भर्ती के लिए दावेदार होगा।
2008 से शुरू हुआ एचटेट, 13 साल किया संषर्घ
हरियाणा में 2008 में हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा शुरू हुई थी। इसके बाद वर्ष 2009 हरियाणा पात्र अध्यापक संघ का गठन हुआ और एचटेट की वैधता पांच साल की बजाए ताउम्र करने का संघर्ष शुरू हुआ। पात्र अध्यापक संघ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने इसके लिए कई आक्रोश रैलियां और आमरन अनशन भी किए। इसके अलावा, हरियाणा सरकार से लेकर केंद्र तक ज्ञापन भेजे गए, ताकि पात्रों को बार बार परीक्षा न देनी पड़े।
प्रदेश सरकार हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा की वैधता 7 साल से बढ़ाकर उम्रभर करने जा रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री स्तर पर मंथन चल रहा है और सरकार पहले ही इसको सैद्धांतिक रूप से मान चुकी है कि बार बार योग्यता परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। तकनीकी दिक्कतों को दूर करते हुए जल्द ही इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। -कंवर पाल गुर्जर, शिक्षा मंत्री
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