बिहार न्यूज़ डेस्क अद्यौगिक नवप्रवर्तन योजना के तहत इस बार जिले में राशि का आवंटन नहीं किया गया. जिस कारण इस योजना के तहत लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों में मायूसी है. योजना के तहत समूह के माध्यम से कलस्टर बनाकर रोजगार मुहैया कराने का प्रावधान है. लेकिन इस वित्तीय वर्ष में अब तक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली. जबकि इस योजना के तहत लाभ के लिए प्रत्येक दिन दर्जनों लोग जिला उद्योग केन्द्र का चक्कर लगाते फिर रहे हैं.
कोविड-19 के दौरान इस योजना के तहत जिले में अच्छे मजदूर लाभान्वित हुए थे. प्रवासी मजदूरों को इस योजना के तहत कलस्टर तैयार कर व्यवसाय शुरू किया गया है. एक-एक कलस्टर में 15 से 20 लोग काम कर रहे हैं. प्रवासी मजदूरों को जिले में ही कारेाबार उपलब्ध कराया गया. ताकि दूसरे प्रदेश में उन्हें जाने की जरूरत नहीं पड़ सके. जैसे-जैसे उनका कारोबार बढ़ता जा रहा है, रोजगार बढ़ता गया. लेकिन, कोरोना समाप्ति के बाद यानी वित्तीय वर्ष 2021-22 में इस योजना के तहत अब तक राशि का आवंटन नहीं हुआ है. विभागीय अधिकारी भी काफी दिनों तक राशि आवंटन होने का इंतजार करते रहे. लेकिन इस वित्तीय वर्ष की समाप्ति में मात्र छह माह शेष रह गए हैं. ऐसे में इस योजना के तहत राशि आवंटन की उम्मीद समाप्त हो चुकी है. पिछले वित्तीय वर्ष में निर्धारित समय-सीमा के अंदर राशि का आवंटन हुआ था. इस कारण निर्धारित समय-सीमा के अंदर योजना तैयार कर लोगों को लाभान्वित किया गया. कोविड-19 के दौरान अद्यौगिक नवप्रवर्तन योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले के पांच प्रखंडों में अलग-अलग कलस्टर तैयार कर दर्जनों लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया था. योजना के तहत सरकार द्वारा उपलब्ध करायी राशि से प्रवासी मजदूरों द्वारा अपने गृह प्रखंड में ही रोजगार की शुरूआत की. उनके द्वारा तैयार उपकरण शहर में बिक रहे हैं. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अकोढ़ीगोला प्रखंड के चाप पंचायत में पॉल्ट्री कारोबार शुरू किया गया. इस कारोबार को शुरूआत करने के लिए जिला उद्योग केन्द्र से 18 लाख 83 हजार रुपए उपलब्ध कराये गये. इसमें करीब 13 लोग कार्य कर रहे हैं. उसी तरह संझौली प्रखंड में फूट वेयर का कारोबार शुरू किया गया है. इसके लिए विभाग ने 15.60 लाख रुपए मुहैया कराये थे. इसमें भी करीब 16 लोग कार्यरत हैं. नोनहर पंचायत में हैंडी क्राप व्यवसाय की शुरूआत हुई है. इसमें करीब पांच लोग काम कर रहे हैं. इस कारोबार के लिए तीन लाख 766 रुपए का आवंटन किया गया है. टेलरिंग कलस्टर में छह लोग काम कर कर रहे हैं. इसमें भी तीन लाख 88 रुपए दिए गए हैं. दिनारा प्रखंड में पेवर ब्लॉक का कारोबार किया जा रहा है, जिसमें करीब 16 लोग कार्यरत हैं. इस व्यवसाय के लिए आठ लाख 41 रुपए आवंटित किया गया है.
रोहतास न्यूज़ डेस्क
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