Bollywood News: हाल ही में मेगा पॉवर स्टार रामचरण और अक्षय कुमार के साथ एक कार्यक्रम में पहुंचे. जहां पर उन्होंने अपनी फैमिली, फिल्म और फैनडम के बारे में खुलकर बात की. रंगस्थलम से रंगम्मा मनगम्मा पर अक्षय कुमार के साथ थिरकने से लेकर सिनेमा के भविष्य पर स्पष्ट रूप से बात करने तक, स्टार्स ने सभी विषयों पर खुलकर अपने विचार रखे. जब उनसे पूछा गया कि वे एक फिल्मी सितारों की फैमिली से ताल्लुक रखते हैं तब उन्हे कैसा लगता है और उन्हें कब एहसास हुआ कि वह एक अभिनेता बनना चाहते हैं.
राम चरण कहते हैं, ” मेरे पिता ने हम सभी को राह दिखाई है, हालाकि हम सभी एक फिल्मी फैमिली से नाता रखते हैं पर हम एक रूढ़िवादी घराने से हैं. पिताजी अपने काम को कभी भी घर तक नहीं लाए हैं. भले ही वे किसी फिल्म मैगजीन के कवर पर हों, वो मैगजीन भी हमारे घर नहीं आती. उन्होंने सिनेमा को कभी घर पर नहीं लाया , परंतु सिनेमा हमारा हिस्सा है.” करियर बनाने के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा, “मुझे खुद को अपने पिता के सामने साबित करने के लिए कुछ करना था, इसलिए कुछ समय के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बारे में सोचा.”
जब उनसे आरआरआर के सभी रिकॉर्ड तोड़ने के बारे में पूछा गया और क्या वह जानते थे कि ऐसा होगा, तो उन्होंने कहा, “फिल्म बनाते समय मैंने रिकॉर्ड्स के बारे में नहीं सोचा था. मेरा फोकस सिर्फ अपना बेस्ट देने पर था. रिलीज के दिन लगभग 20% तक ऐसी बातें हो रही थी कि फिल्म नही चलेगी, लेकिन मुझे खुशी है कि फिल्म न केवल तेलुगू राज्यों से बाहर निकली बल्कि बाकी देशों के साथ साथ जापान जैसे रूढ़िवादी बाजारों में भी इसने बिजनेस किया. उनकी सराहना करना दिल को छू लेने वाला है.”
आरआरआर में फेमस इंट्रोडक्शन सीन के बारे में बात करते हुए, स्टार ने कहा, “हमने लगभग 3000 से 4000 लोगों के साथ 35 दिनों तक सीन की शूटिंग की. मुझे बचपन से धूल से एलर्जी है, यहां तक कि मेरी साइनस की सर्जरी भी हुई थी. मेरा नसीब देखिए, मुझे 35 दिन धूल में काम करना पड़ा. जैसे ही डायरेक्टर कट कहता, मेरा असिस्टेंट मुझे सफेद झंडा दिखा देता लेकिन मैं पूरी तरह से धूल से ढक जाता था. मैं एसएस राजामौली सर को धन्यवाद देता हूं जिनकी वजह सीन इतनी अच्छी तरह से स्क्रीन्स पर नजर आया.
टिकट और पॉपकॉर्न एक्सपेंस, फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं करने जैसे विषय पर, कीमतों को कम करने पर अक्षय कुमार के कमेंट को पूरा करते हुए राम चरन ने कहा, “हम सभी को फिल्म मेकिंग स्तर से भी पुनर्विचार और पुनर्गठन करना होगा. हम सभी को इस बड़े खेल में उतरना होगा. अच्छी फिल्में, अच्छी कहानियां लोगों को थिएटर तक खींच कर ले जाएंगी. साउथ में, हमारे पास केजीएफ, पुष्पा, आरआरआर जैसी हिट फिल्में थीं, जहां लोग सिनेमाघरों में आए. मैंने आरआरआर के ठीक बाद एक फिल्म की. मैंने एक छोटी भूमिका निभाई लेकिन लोगों ने इसे सिनेमाघरों में नहीं देखा. अगर हम अच्छे कॉन्सेप्ट लेकर आएंगे तो लोग थिएटर आएंगे और पॉपकॉर्न और समोसा भी खरीदेंगे.’ उन्होंने कीमतों में कटौती पर भी अक्षय कुमार से सहमति जताई.
निर्देशक शंकर की बहुप्रतीक्षित फिल्म आरसी 15 के बारे में पूछे जाने पर वे कहते हैं कि,” मैं 1992 से शंकर के काम का फैन रहा हूं. उनके साथ और उनके सेट पर काम करना मेरे लिए सम्मान की बात है. हम अगले चरण के लिए न्यूज़ीलैंड रवाना होंगे. हम सभी को फिल्म के फर्स्ट लुक का बेसबृंस इंतजार है. दक्षिणी अभिनेताओं के रूप में वर्गीकृत किए जाने पर रामचरण कहते हैं “हम सभी में एकता है. यहां कोई साउथ या नॉर्थ नहीं है. यह अब भारतीय सिनेमा है. अब समय आ गया है कि हमारे सिनेमाघर हमारे राज्यों तक ही सीमित न रहें. मुझे खुशी है कि यह अब सभी लोगों के बीच पहुंच रहा है. मैं गुजरात, बंगाल में निर्देशकों के साथ काम करना चाहता हूं. मुझे बंगाली फिल्में पसंद हैं. मैं वास्तव में एक निर्बाध सिनेमा इंडस्ट्री देखना चाहता हूं.”
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