Russsia-Ukraine Nuclear War: रूस-यूक्रेन युद्ध मामले में इस वक्त सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। मानवता के लिए यूक्रेन पर परमाणु हमला न करने की भारत की अपील का रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर बड़ा असर हुआ है। पुतिन ने पहली बार यूक्रेन पर परमाणु युद्ध करने से इनकार किया है। इसके साथ ही अब पूरी दुनिया में यूक्रेन पर परमाणु हमले को लेकर व्यक्त की जा रही सभी आशंकाएं भी खारिज हो गई हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के किसी भी इरादे से बृहस्पतिवार को इनकार किया, लेकिन वहां के संघर्ष को पश्चिम द्वारा अपने वैश्विक प्रभुत्व को सुरक्षित करने के कथित प्रयासों का हिस्सा बताया। इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि वैश्विक प्रभुत्व के पश्चिम के प्रयास नाकाम होंगे। पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय विदेश नीति विशेषज्ञों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि रूस के लिए यूक्रेन पर परमाणु हथियारों से हमला करना निरर्थक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसकी कोई जरूरत नहीं दिख रही है। इसका कोई मतलब नहीं है, न तो राजनीतिक और न ही सैन्य।
पश्चिमी देशों को जमकर सुनाई खरी-खोटी
राष्ट्रपति पुतिन ने अपने लंबे भाषण में अमेरिका और उसके सहयोगियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर प्रभुत्व के “खतरनाक, रक्तरंजित और गंदे” खेल में अन्य देशों पर अपनी शर्तों को थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया। पुतिन ने दलील दी कि दुनिया एक अहम मोड़ पर है, जहां पश्चिम अब मानव जाति के लिए अपनी इच्छा थोपने में सक्षम नहीं है, लेकिन फिर भी ऐसा करने की कोशिश करता है और ज्यादातर देश अब इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी नीतियां से और अधिक अराजकता पैदा होगी।
भारत ने मानवता के लिए परमाणु युद्ध न करने की अपील की थी
भारत ने यूक्रेन पर परमाणु हमला नहीं करने की अपील की थी। साथ ही इसे मानवता का दुश्मन बताया था। बृहस्पतिवार को भी भारत के रक्षामंत्री ने अपने रूसी समकक्ष से फोन पर बातचीत के दौरान यूक्रेन पर परमाणु हमला करने के खिलाफ अपना विरोध जताया था। राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत यूक्रेन पर परमाणु हमला करने को मानवता के खिलाफ मानता है। इसलिए रूस को परमाणु हमला नहीं करना चाहिए, बल्कि आपसी बातचीत और कूटनीति से इसका हल निकाला जाना चाहिए। इससे पहले पीएम मोदी ने पुतिन से यह कहकर युद्ध समाप्त करने की अपील की थी “यह युग युद्ध का नहीं है।” इससे किसी का भला नहीं हो सकता। इसलिए युद्ध छोड़कर बातचीत की मेज पर शांति के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए। पुतिन ने पीएम मोदी की इस अपील के बाद यूक्रेन को युद्ध विराम के लिए बातचीत का प्रस्ताव कई बार भेज चुके हैं।
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