पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘यह बयान भारतीय नेताओं की ओर से आतंकवाद को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने का एक और उदाहरण है।’ विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में भी पाकिस्तान का पुराना कश्मीर राग अलापा और भारत पर ‘कश्मीरियों पर अत्याचार’ का झूठा आरोप लगाया। सोमवार को जारी एक प्रेस रिलीज में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘दुनिया भी ‘भगवा आतंकवाद’ से अच्छी तरह वाकिफ है।’
पिछले महीने ही खुल गई थी पाकिस्तान की पोल
बयान में मंत्रालय ने कहा, ‘आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में अपनी भूमिका और शांति सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान के योगदान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी माना है।’ आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का क्या रवैया है इसकी पोल पिछले महीने खुल गई थी। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के एशिया-प्रशांत समूह ने धनशोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने से संबंधित 11 में से 10 अंतरराष्ट्रीय मानकों पर पाकिस्तान की प्रभावशीलता को ‘निम्न’ स्तर का आंका था।
क्या बोले थे एस. जयशंकर?
जयशंकर ने शनिवार को वडोदरा के एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि जिस तरह हमारा एक पड़ोसी है, जैसे हम आईटी (इंफॉर्मेशन टेक्नॉलजी) में एक्सपर्ट हैं, वो इंटरनैशनल टेररिज्म में एक्सपर्ट हैं। यह कई साल से चल रहा है लेकिन हम दुनिया को बताना चाहते हैं कि आतंकवाद आतंकवाद है। आज यह हमारे खिलाफ किया जा रहा है, कल यह आपके खिलाफ हो सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश ने इस तरह आतंकवाद नहीं अपनाया जैसा पाकिस्तान ने किया। आप मुझे दुनिया में कहीं भी दिखाइए कि पाकिस्तान ने इतने साल तक भारत के खिलाफ क्या किया है। 26/11 के मुंबई हमले के बाद हमारे लिए स्पष्ट होना जरूरी है कि ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है और इसके क्या परिणाम हो सकते हैं।
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