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काशीपुर। भाजपा नेता व ज्येष्ठ उपप्रमुख गुरताज सिंह की पत्नी की हत्या की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है। एसआईटी में शामिल पुलिस कर्मियों ने केस स्टडी कर हर संभावित बिंदु पर चर्चा की। टीम जल्द ही मौका मुआयना कर हत्याकांड से जुड़े साक्ष्य एकत्र करने की कार्रवाई करेगी। जांच में तकनीकी डाटा और साक्ष्य एकत्र करने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गईं हैं।
भाजपा नेता उपप्रमुख गुरताज ने बीती 12 अक्तूबर को कुंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि शाम साढ़े छह बजे दो गाड़ियों से उसके घर आए लोगों ने खुद को ठाकुरद्वारा में तैनात पुलिसकर्मी बताते हुए अभद्रता की। इन लोगों ने जबरन दो मंजिल पर आकर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें उसकी गुरजीत कौर की मौत गई। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर विवेचना कोतवाल मनोज रतूड़ी को सौंपी थी। उधर, यूपी पुलिस ने भी टीम को बंधक बनाकर लूटपाट करने, फायरिंग कर पुलिस कर्मियों को घायल करने, लूटपाट कर सरकारी कामकाज में बाधा डालने समेत 21 गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
यूपी पुलिस ने ठाकुरद्वारा में दर्ज मुकदमे की जांच के लिए एसआईटी गठित की है।
ऊधमसिंह नगर के एसएसपी ने भी गुरजीत कौर हत्याकांड की जांच के लिए एसपी काशीपुर चंद्रमोहन सिंह के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया है। इस मामले में घटनास्थल से बरामद पिस्टल, खोखे, कारतूस, गाड़ी, डीवीआर आदि कई साक्ष्य मौजूदा विवेचना अधिकारी मनोज रतूड़ी जल्द ही सीओ वंदना वर्मा के माध्यम से एसआईटी टीम को सौंप देंगे। इसके बाद एसआईटी तकनीकी टीम के डाटा के आधार पर जांच आगे बढ़ाएगी। एसपी व सीओ के पर्यवेक्षण में केस की विवेचना जसपुर कोतवाल प्रकाश सिंह दानू करेंगे। थानाध्यक्ष दिनेश फर्त्याल समेत कुंडा थाने के तीन दरोगा मनोहर सिंह, राजेंद्र प्रसाद, कैलाश सिंह देव विवेचना में सहयोग करेंगे। बृहस्पतिवार को एसपी कार्यालय में एसआईटी टीम की पहली मीटिंग हुई। केस के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कर अलग-अलग टीमों को उनकी जिम्मेदारी सौंपी गई।
साक्ष्य जुटाने के लिए नए सिरे से कसरत करेगी एसआईटी
काशीपुर। गुरजीत हत्याकांड में आरोपियों के गिरेबान तक पहुंचने के लिए पुलिस को साक्ष्यों की दरकार है। मुकदमे के वादी को दो बार नोटिस भेजकर घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी सिस्टम की डीवीआर फिर से मांगी जा चुकी है लेकिन वादी ने डीवीआर न होने की बात कहते हुए असमर्थता जताई है। एसआईटी टीम अब नए सिरे से घटनास्थल की डीवीआर खोजने का प्रयास करेगी। टीम के हाथ घटनास्थल की कुछ वीडियो फुटेज भी हाथ लगी है जिनसे काफी हद तक क्लू मिल सकता है। घटना से जुड़ा सर्विलांस डाटा भी केस की कड़ियां जोड़ने में मददगार साबित हो सकता है। संवाद
एसआईटी को जफर से मिल सकते हैं महत्वपूर्ण सुराग
काशीपुर। गुरजीत हत्याकांड में घटनास्थल पर मौजूद खनन माफिया जफर अली एसआईटी जांच में मददगार साबित हो सकता है। एसआईटी यह जानने के प्रयास में जुटी है कि गुरजीत हत्याकांड से जफर का प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से कोई लिंक तो नहीं है, क्योंकि भुल्लर परिवार और ठाकुरद्वारा पुलिस के अलावा सिर्फ जफर ही वारदात का चश्मदीद है। जफर को यूपी पुलिस ने तीन दिन पूर्व मुठभेड़ में गिरफ्तार कर चुकी है। जरूरी हुआ तो एसआईटी मुरादाबाद जेल में जाकर जफर के बयान दर्ज करेगी। जफर के बयानों से पुलिस की जांच की दिशा तय हो सकती है। संवाद
काशीपुर। भाजपा नेता व ज्येष्ठ उपप्रमुख गुरताज सिंह की पत्नी की हत्या की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है। एसआईटी में शामिल पुलिस कर्मियों ने केस स्टडी कर हर संभावित बिंदु पर चर्चा की। टीम जल्द ही मौका मुआयना कर हत्याकांड से जुड़े साक्ष्य एकत्र करने की कार्रवाई करेगी। जांच में तकनीकी डाटा और साक्ष्य एकत्र करने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गईं हैं।
भाजपा नेता उपप्रमुख गुरताज ने बीती 12 अक्तूबर को कुंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि शाम साढ़े छह बजे दो गाड़ियों से उसके घर आए लोगों ने खुद को ठाकुरद्वारा में तैनात पुलिसकर्मी बताते हुए अभद्रता की। इन लोगों ने जबरन दो मंजिल पर आकर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें उसकी गुरजीत कौर की मौत गई। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर विवेचना कोतवाल मनोज रतूड़ी को सौंपी थी। उधर, यूपी पुलिस ने भी टीम को बंधक बनाकर लूटपाट करने, फायरिंग कर पुलिस कर्मियों को घायल करने, लूटपाट कर सरकारी कामकाज में बाधा डालने समेत 21 गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
यूपी पुलिस ने ठाकुरद्वारा में दर्ज मुकदमे की जांच के लिए एसआईटी गठित की है।
ऊधमसिंह नगर के एसएसपी ने भी गुरजीत कौर हत्याकांड की जांच के लिए एसपी काशीपुर चंद्रमोहन सिंह के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया है। इस मामले में घटनास्थल से बरामद पिस्टल, खोखे, कारतूस, गाड़ी, डीवीआर आदि कई साक्ष्य मौजूदा विवेचना अधिकारी मनोज रतूड़ी जल्द ही सीओ वंदना वर्मा के माध्यम से एसआईटी टीम को सौंप देंगे। इसके बाद एसआईटी तकनीकी टीम के डाटा के आधार पर जांच आगे बढ़ाएगी। एसपी व सीओ के पर्यवेक्षण में केस की विवेचना जसपुर कोतवाल प्रकाश सिंह दानू करेंगे। थानाध्यक्ष दिनेश फर्त्याल समेत कुंडा थाने के तीन दरोगा मनोहर सिंह, राजेंद्र प्रसाद, कैलाश सिंह देव विवेचना में सहयोग करेंगे। बृहस्पतिवार को एसपी कार्यालय में एसआईटी टीम की पहली मीटिंग हुई। केस के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कर अलग-अलग टीमों को उनकी जिम्मेदारी सौंपी गई।
साक्ष्य जुटाने के लिए नए सिरे से कसरत करेगी एसआईटी
काशीपुर। गुरजीत हत्याकांड में आरोपियों के गिरेबान तक पहुंचने के लिए पुलिस को साक्ष्यों की दरकार है। मुकदमे के वादी को दो बार नोटिस भेजकर घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी सिस्टम की डीवीआर फिर से मांगी जा चुकी है लेकिन वादी ने डीवीआर न होने की बात कहते हुए असमर्थता जताई है। एसआईटी टीम अब नए सिरे से घटनास्थल की डीवीआर खोजने का प्रयास करेगी। टीम के हाथ घटनास्थल की कुछ वीडियो फुटेज भी हाथ लगी है जिनसे काफी हद तक क्लू मिल सकता है। घटना से जुड़ा सर्विलांस डाटा भी केस की कड़ियां जोड़ने में मददगार साबित हो सकता है। संवाद
एसआईटी को जफर से मिल सकते हैं महत्वपूर्ण सुराग
काशीपुर। गुरजीत हत्याकांड में घटनास्थल पर मौजूद खनन माफिया जफर अली एसआईटी जांच में मददगार साबित हो सकता है। एसआईटी यह जानने के प्रयास में जुटी है कि गुरजीत हत्याकांड से जफर का प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से कोई लिंक तो नहीं है, क्योंकि भुल्लर परिवार और ठाकुरद्वारा पुलिस के अलावा सिर्फ जफर ही वारदात का चश्मदीद है। जफर को यूपी पुलिस ने तीन दिन पूर्व मुठभेड़ में गिरफ्तार कर चुकी है। जरूरी हुआ तो एसआईटी मुरादाबाद जेल में जाकर जफर के बयान दर्ज करेगी। जफर के बयानों से पुलिस की जांच की दिशा तय हो सकती है। संवाद
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