Spider-shaped Drones Will Be Helpful In Espionage Operated From Mobile – Mnnit : जासूसी में मददगार होंगे मकड़ी के आकार वाले ड्रोन, मोबाइल से भी किए जा सकेंगे संचालित
मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में आयोजित तकनीकी महोत्सव ‘आविष्कार-2022’ में इस बार टेक्नोक्रेट्स मकड़ी के आकार वाले ऐसे ड्रोन तैयार किए हैं, जिनकी मदद से सरहद की निगरानी की जा सकती है और दुश्मनों की जासूसी में भी ये ड्रोन मददगार साबित हो सकते हैं। अमूमन अब तक बड़े ड्रोन बनाए जाते हैं, लेकिन टेक्नोक्रेट्स ने इस बाद अलग हटकर कुछ करने की कोशिश की है। इस बार छोटी सी मकड़ी के आकार वाले ऐसे ड्रोन तैयार किए गए हैं, जो आसानी से दिखाई नहीं देते। इनमें कैमरे भी फिट किए जा सकते हैं। इसका इंजन बहुत ही छोटा है और यह कहीं भी आसानी से उड़कर पहुंच सकता है।
काले रंग का इस ड्रोन को उड़ाने के लिए अलग से रिमोट बनाने की जरूरत भी नहीं है। इसे मोबाइल फोन के वाईफाई या इंटरनेट से सीधे कनेक्ट किया जा सकता है। इसके लिए टेक्नोक्रेट्स ने मोबाइल फोन में अलग से सॉफ्टवेयर भी डेवलप किया है। हालांकि, अभी यह ड्रोन 10 मीटर की दूरी तक ही उड़ान भर सकता है, क्योंकि इसके बाद नेटवर्क टूटने लगता है। टेक्नोक्रेट्स अब इस दिशा में काम कर रहे हैं कि ड्रोन लंबी उड़ान भर सके।
रोबोमेनिया में छात्रों ने दिखाया कौशल
एमएनएनआईटी में आयोजित तकनीकी महोत्सव ‘आविष्कार-2022’ के तीसरे दिन रोबोमेनिया के बैनर तले ‘बिल्ड ए रोबो’ वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों ने अपने कौशल को प्रदर्शित किया और रोबोट बनाने की नई तकनीक से भी परिचित हुए।आयोजन के तीसरे दिन उत्साह नए स्तर पर पहुंच गया है और आगे के दौर में प्रतियोगिताएं कठिन होती जा रहीं हैं। साइबरक्वेस्ट के तहत आयोजित वेबस्टर, डिजाइन रश, सॉफ्टब्लिट्ज़, मैथ रश, टक्सवार्स और सीएसएस बैटल ने छात्रों को अपने गणित, वेब विकास, तार्किक सोच एवं कोडिंग कौशल को तेज करने के लिए एक शानदार मंच प्रदान किया।
इसी तरह मेक्रोक्रोसम के फ्लैगशिप के तहत क्रैट द केस एंड ब्ल्यू प्रिंट के आयोजन में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ग्नोसियोमैनिया में उत्साही टीमों की बड़ी भागीदारी रही। बिजनेस क्विज और स्पोर्ट्स क्विज में भी छात्रों ने उत्साह के साथ भागीदारी की। इलेक्ट्रोमेनिया के तहत माइंडस्वीपर और इनोदेव प्रेजेंटेशन राउंड का आयोजन किया गया। मोनोपॉली के तहत चाणक्य नीति और स्टॉल मार्ट ने छात्रों की ट्रेडिंग एवं बिजनेस की दुनिया के प्रति समझ का परीक्षण किया।
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मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में आयोजित तकनीकी महोत्सव ‘आविष्कार-2022’ में इस बार टेक्नोक्रेट्स मकड़ी के आकार वाले ऐसे ड्रोन तैयार किए हैं, जिनकी मदद से सरहद की निगरानी की जा सकती है और दुश्मनों की जासूसी में भी ये ड्रोन मददगार साबित हो सकते हैं। अमूमन अब तक बड़े ड्रोन बनाए जाते हैं, लेकिन टेक्नोक्रेट्स ने इस बाद अलग हटकर कुछ करने की कोशिश की है। इस बार छोटी सी मकड़ी के आकार वाले ऐसे ड्रोन तैयार किए गए हैं, जो आसानी से दिखाई नहीं देते। इनमें कैमरे भी फिट किए जा सकते हैं। इसका इंजन बहुत ही छोटा है और यह कहीं भी आसानी से उड़कर पहुंच सकता है।
काले रंग का इस ड्रोन को उड़ाने के लिए अलग से रिमोट बनाने की जरूरत भी नहीं है। इसे मोबाइल फोन के वाईफाई या इंटरनेट से सीधे कनेक्ट किया जा सकता है। इसके लिए टेक्नोक्रेट्स ने मोबाइल फोन में अलग से सॉफ्टवेयर भी डेवलप किया है। हालांकि, अभी यह ड्रोन 10 मीटर की दूरी तक ही उड़ान भर सकता है, क्योंकि इसके बाद नेटवर्क टूटने लगता है। टेक्नोक्रेट्स अब इस दिशा में काम कर रहे हैं कि ड्रोन लंबी उड़ान भर सके।
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