दो दिन पहले पंजाब के अमृतसर में हिन्दू नेता सुधीर सूरी की हत्या के वाद से ही पुरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। इस हत्याकांड में अब एक नाम सामने आ रहा है। यह नाम है अमृतपाल सिंह का। पड़ताल करने के वाद पता चला है कि अमृतपाल सिंह और कोई नहीं खालिस्तानी आतंकी है।
ऐसे में तस्वीर साफ़ है कि हत्याकांड के पीछे खालिस्तानी आतंकियों का हाथ है और तो और यह खालिस्तानी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के इशारे पर सब कुछ कर रहे हैं।
आपको बता दें कि 1993 में जन्मा अमृतपाल सिंह संधू अमृतसर जिले की बाबा बकाला तहसील के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है। कहा जाता है कि 2012 में काम के लिए दुबई जाने से पहले उसने प्लस टू स्तर तक पढ़ाई की थी।
उसने दुबई में परिवहन व्यवसाय में काम किया और ‘वारिस पंजाब दे’ को संभालने के लिए 2022 में वापस भारत आ गया. उसके हाल की सोशल मीडिया गतिविधियां इस बात का संकेत देती हैं कि वह जरनैल सिंह भिंडरांवाले का समर्थक है।
आपको बता दें कि सुधीर सूरी हत्याकांड के आरोपी संदीप सिंह ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार संदीप सिंह ने पंजाब पुलिस और सेंट्रल एजेंसियों की पूछताछ में कबूल किया कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
संदीप ने बताया कि वह पहले भी सुधीर सूरी को मारना चाहता था। इस बीच उसे पता कि चला सुधीर सूरी उसकी दुकान के पास धरने पर बैठा है। इसके बाद वह तुरंत वहां पहुंचा तो वहां पुलिस को मौजूद पाया। उसने मौका देख कर सुधीर को गोली मार दी।
पूछताछ में पता चला है कि संदीप सिंह अमृतपाल के करीबियों के साथ लंबे वक्त से संपर्क में था। पुलिस ने इस मामले में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल को उसके घर मोगा में नजरबंद कर दिया है और वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
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