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पाकिस्तान के कराची में बढ़ते अपराधों के चलते यहां के निवासियों में डर बैठ गया है। असुरक्षा के चलते लोग घर से निकलने में भी डरते हैं। एक अध्ययन में पता चला है कि कराची की लगभग दो तिहाई आबादी ने किसी न किसी आपराधिक घटना का सामना किया है। रिपोर्ट के मुताबिक कराची में मोबाइल फोन छीनना और वाहनों की चोरी भी आम बात हो गई है।
एक शोध संगठन पल्स कंसल्टेंट से जुड़े काशिफ हफीज ने कहा कि हमने शहर के सभी सात जिलों में एक अध्ययन किया, जिसमें हमने पाया है कि सड़क अपराधों में वृद्धि कराचीवासियों को और अधिक भयभीत कर रही है और उन्हें और अधिक असुरक्षित महसूस करा रही है। उन्होंने कहा कि जैसा कि आशंका थी, यह एक बहुत ही गंभीर और खतरनाक स्थिति दिखाती है।
हफीज ने कहा कि 10 में से सात लोग ऐसे थे जिन्होंने बताया कि उनके दोस्त, रिश्तेदारों या घर का कोई सदस्य किसी न किसी सड़क अपराध का शिकार हुआ है। आगे बताया कि जब हमने 16 साल से 55 साल की उम्र के लोगों के बीच सर्वेक्षण किया गया, तो 23 फीसदी लोगों ने सड़क पर सामान खोने या छीनने का दावा किया।
इसके अलावा, पुलिस के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में जनवरी और सितंबर के बीच आपराधिक अपराधों में भारी वृद्धि हुई है। कराची में कानून-व्यवस्था की स्थिति हर गुजरते दिन के साथ बिगड़ती जा रही है और स्थानीय अधिकारियों ने कई लोगों की जान गंवाने के बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया।
पिछले कुछ वर्षों के दौरान, कराची में लगातार हिंसा की घटनाएं हुई हैं, जिसमें सैकड़ों निर्दोष लोग मारे गए हैं। इस साल पाकिस्तान के वित्तीय केंद्र कराची में सड़क अपराध के 56,500 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। नागरिकों से 19,000 से अधिक मोबाइल फोन छीन लिए गए, जबकि 104 कारों को जबरदस्ती छीना गया है और 1,383 बाइक चोरी हो गईं। लगभग 35,000 नागरिकों को उनकी मोटरबाइक से वंचित कर दिया गया।
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