टी20 वर्ल्ड कप 2022 बेहद ही रोमांचक रहा है. पाकिस्तान की टीम ने फाइनल में एंट्री कर ली है और भारत भी सेमीफाइनल तक पहुंच चुका है.
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इस बार क्रिकेट, बल्कि यूं कहें क्रिकेट वर्ल्ड कप, भारत में बहुत अधिक मुनाफे का सौदा नहीं रहा क्योंकि बड़े ब्रांड इससे दूर रहे. इससे खासतौर पर टेलीविजन को होने वाली कमाई को प्रभावित किया. हालांकि, ओटीटी स्पेस अभी भी कंफर्ट जोन में है.बाजार के सूत्रों के मुताबिक, टी20 वर्ल्ड कप की विज्ञापन बिक्री से स्टार स्पोर्ट्स को करीब 450-475 करोड़ रुपये कमाई हो सकती है, जबकि उसे 820 करोड़ रुपये कमाने की उम्मीद थी. हॉटस्टार ने करीब 300 करोड़ रुपये की कमाई की है. इस ओटीटी प्लेटफॉर्म को वर्ल्ड कप से 320 करोड़ रुपये कमाने की उम्मीद थी.
मार्केट में मंदी के माहौल के साथ आईपीएल, एशिया कप में भारत-पाकिस्तान की टक्कर और फीफा वर्ल्ड कप जैसे स्पोर्ट्स के आयोजनों के इर्द-गिर्द विज्ञापनों की अधिकता ने विज्ञापनदाताओं को इस बार सतर्क रुख अपनाने के लिए प्रेरित किया है. मीडिया खरीदारों का मानना है कि ई-एजुकेशन सहित डिजिटल स्पेस में मौजूद ब्रांड भी अपने विज्ञापन बिक्री बजट में पहले जैसे उदार नहीं रहे.
वर्ल्ड कप से होने वाली कमाई क्यों कम हुई?
ऑनलाइन सट्टेबाजी को बढ़ावा देने वाले विज्ञापनों पर प्रतिबंध वर्ल्ड कप से होने वाली कमाई के लिए एक बड़ा झटका रहा. ‘सट्टेबाजी और जुए में शामिल वित्तीय और सामाजिक-आर्थिक जोखिम’ से जुड़ी बातों पर विचार करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 13 जून, 2022 को एक एडवाइजरी जारी करते हुए प्रिंट, डिजिटल और ब्रॉडकास्ट मीडिया को ‘ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफार्मों को बढ़ावा देने वाले विज्ञापनों से बचने’ के लिए कहा था. हालांकि, ग्लोबल ऑनलाइन सट्टेबाजी ब्रांड जैसे फेयरप्ले, परीमैच, बेटवे, वुल्फ 777 और 1xबेट अभी भी सरोगेट उत्पादों की आड़ में मैच प्रसारण के दौरान विज्ञापन दे रहे थे.
इसके बाद आया स्लैप-शॉट. इस महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार ने ‘विदेशों से संचालित होने वाले कुछ ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स’ के सरोगेट विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक दूसरी एडवाइजरी जारी की. इसकी एडवाइजरी में सख्त चेतावनी दी गई थी कि अपराधियों को दंडित किया जाएगा. यह बैन टी20 वर्ल्ड कप ब्रॉडकास्टर के लिए बड़ा झटका है.
साफ तौर पर मंत्रालय ने सट्टेबाजों को टारगेट किया है. इंडियन एक्सप्रेस ने एडवाइजरी से इस पैरा के हवाले से रिपोर्ट देते हुए कहा, ‘सरकार के संज्ञान में आया था कि टेलीविजन और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कई स्पोर्ट्स चैनल हाल ही में विदेशों से संचालित होने वाले ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म के साथ-साथ उनकी सेरोगेट न्यूज वेबसाइटों के विज्ञापन दिखा रहे हैं.’
मंत्रालय ने विज्ञापन बिचौलियों और मीडिया खरीदारों को भी इस तरह के कमर्शियल प्रोमो से बचने की सलाह दी थी.एक मीडिया खरीददार ने नाम न छापने की शर्त पर स्पोर्ट्स9 को बताया कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में दूसरी एडवाइजरी आने के बाद वर्ल्ड कप होस्ट ब्रॉडकास्टर को सेल्स इन्वेंट्री में करीब 15 से 20 फीसदी का नुकसान हुआ है. यह उस नेटवर्क के लिए बड़ा झटका है जिसने 2015 से 2022 यानी आठ साल के मीडिया राइट्स लेने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल को 12,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया है और अगले चार साल (2023-2027) के लिए 3 बिलियन डॉलर देने की बात कही हैं. इससे जाहिर है कि मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप के दौरान ब्रॉडकास्टर को भारी नुकसान हो रहा है.
हालांकि टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल से कुछ हद तक ब्रॉडकास्टर के नुकसान की भरपाई होने की उम्मीद है जो सरकार द्वारा दूसरी बार गाइडलाइन जारी किए जाने के बाद छिपे हुए सरोगेट उत्पादों सहित सट्टेबाजी ब्रांडों के विज्ञापन से होने वाली कमाई खोने को मजबूर हो गए थे.
सुपर-12 राउंड में 10 सेकंड के विज्ञापन का रेट 8-10 लाख
स्टार स्पोर्ट्स सुपर 12 खेलों के दौरान 10-सेकंड का विज्ञापन स्पॉट 8-10 लाख रुपये में बेच रहा था. ब्रॉडकास्ट रनडाउन में विज्ञापन के क्रम के अनुसार रेट बदलती रहती है. भारत और पाकिस्तान के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद स्टार स्पोर्ट्स ने दो सेमीफाइनल और फाइनल कुल तीन मैचों के लिए प्रति स्पॉट शुल्क 25 लाख रुपये तक बढ़ा दिया है. हालांकि, विज्ञापन स्लॉट में 100 प्रतिशत की वृद्धि भी स्टार के नुकसान को कम करने के लिए बहुत मामूली रकम होगी. लेकिन मीडिया खरीददार मानते हैं कि यह रेट विज्ञापनदाताओं के लिए सार्थक है.
मीडिया बायर मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के सेमीफाइनल में पहुंचने से टेलीविजन रेटिंग बढ़ेगी और निश्चित तौर इससे समझदार विज्ञापनदाता आकर्षित होंगे. उनके अनुसार, ‘न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच पहले सेमीफाइनल में BARC रेटिंग के आधार पर 5 और 6 के बीच टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (TVR) आने की उम्मीद है. एशिया कप में श्रीलंका-पाकिस्तान मैच टीवीआर 4 रहा. भारत-इंग्लैंड के दूसरे सेमीफाइनल को करीब 10 के आसपास टीवीआर मिलना चाहिए. अगर भारत और पाकिस्तान रविवार को फाइनल मैच खेलते हैं, तो 15 या 16 के रिकॉर्ड टीवीआर से इनकार नहीं किया जा सकता. अगर भारत बाहर हो जाता है, तो भी फाइनल में कम से कम 5 का टीवीआर आना चाहिए. श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच एशिया कप फाइनल मैच में 4 का टीवीआर रहा. यह विश्व कप है, इसलिए यह कई विज्ञापनदाताओं को लुभाएगा.’
आमतौर पर फुल लेंथ टी20 मैच के प्रसारण के दौरान 2,000 सेकंड यांनी करीब विज्ञापन चलाने के 200 स्पॉट मिलते हैं. स्टार स्पोर्ट्स ने इंडियन प्रीमियर लीग मैचों के दौरान 3,000 सेकंड तक का समय लिया.
राजेंद्र शर्मा
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