अभिषेक त्रिपाठी, एडिलेड। आस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप होने के बावजूद विश्व चैंपियन मेजबान टीम को घरेलू प्रशंसकों का उतना समर्थन नहीं मिला जितना भारतीय टीम को दूसरे देश में प्राप्त हुआ। सुपर-12 तक हुए विश्व कप के 42 मैचों में 590,000 से ज्यादा दर्शक पहुंचे जिसमें से 282,780 दर्शक सिर्फ भारत के चार मैचों में आए थे। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए महामुकाबले की तो बात ही मत करिए, भारत और जिंबाब्वे के बीच हुए मैच में भी 82,507 दर्शक मौजूद थे।
इसी मैदान पर इस टूर्नामेंट के सुपर-12 का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण मैच इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के बीच होना था। वह मैच वर्षा के कारण धुल गया लेकिन उस मैच में सिर्फ 34,756 दर्शक ही स्टेडियम पहुंचे थे। वर्षा की संभावना तो भारत-पाकिस्तान मैच में भी थी लेकिन उस मैच में उतने दर्शक मैदान में पहुंचे जितने मेजबान टीम के तीन मैचों में मिलाकर भी नहीं पहुंचे। आस्ट्रेलिया टीम खराब प्रदर्शन के कारण सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सकी। ऐसा नहीं है कि ये आस्ट्रेलिया में ही हो रहा है। 2019 में इंग्लैंड में हुए वनडे विश्व कप, 2021 में भारत की मेजबानी में यूएई में हुए टी-20 विश्व कप में भी भारतीय दर्शकों ने अपनी टीम का भरपूर साथ दिया था। सिर्फ यहीं नहीं आइसीसी ने 2024-2027 चक्र के लिए भारतीय बाजार के प्रसारण अधिकार लगभग तीन अरब डालर में बेचे हैं। बाकी देशों के वैश्विक अधिकार बेचने पर भी उसे इससे काफी कम कमाई होने की संभावना है।
आइसीसी टी-20 विश्व कप 2022 की स्थानीय आयोजन समिति के सीईओ माइकल एनराइट से जब भारत के मैचों के लिए कुछ विशेष योजना बनाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत के ही नहीं, बाकी मैचों को किस स्थल पर कराना है, यह कई कारकों पर निर्भर करता है। विभिन्न मेजबान शहरों में मैच कराने से पहले यह देखा जाता है कि यह जरूरी आवश्यकता को संतुलित करता है या नहीं। इसमें यह भी देखा जाता है कि मैच में ज्यादा से ज्यादा दर्शक आएं और टीवी पर अधिक लोग देख सकें। मालूम हो कि भारत और पाकिस्तान मैच की टिकटें सिर्फ पांच मिनट के अंदर बिक गईं थीं।
एनराइट ने कहा कि सभी आयु वर्ग के प्रशंसकों को मैदान पर आकर अपनी टीमों का समर्थन करते देखना सुखद है। कुछ मैच तो काफी प्रसिद्ध भी हुए। एनराइट ने कहा कि आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच रद हुए मुकाबले की टिकट सुपर-12 चरण की सबसे महंगी टिकट थी। टिकट के दाम की शुरुआत 30 आस्ट्रेलियन डालर (करीब 1550 रुपये) थी। हास्पिटेलिटी की टिकट को छोड़ दिया जाए तो उसके बाद जो शीर्ष टिकट थी उसकी कीमत 165 डालर (करीब 8700 रुपये) थी। हालांकि, मैच रद होने के कारण टिकट का पूरा मूल्य वापस किया गया था। भारत के सुपर-12 चरण के मैचों में सबसे महंगी टिकट पाकिस्तान के विरुद्ध एमसीजी में हुए मैच की थी।
हास्पिटेलिटी की टिकट को छोड़कर इनकी रेंज 30 आस्ट्रेलियन डालर (करीब 1550 रुपये) से लेकर 110 डालर (करीब 5800 रुपये) थी। हालांकि एमसीजी के बाहर 10 गुणा दाम तक टिकट ब्लैक में बिकी थीं। आस्ट्रेलिया के अन्य मैचों की टिकटों का मूल्य भी इसी के समान था। एनराइट ने कहा कि उन्होंने इस विश्व कप को हर आस्ट्रेलियाई नागरिक के लिए एक घरेलू विश्व कप बनाने पर जोर दिया, भले ही वे किसी भी टीम का समर्थन करें। हमने पूरे आस्ट्रेलिया में क्रिकेट से प्यार करने वाले लोगों के साथ एक अच्छा रिश्ता बनाया, इसमें भारतीय समुदाय के लोग भी शामिल हैं। हमें पता था कि भारतीय नागरिक इस टी-20 विश्व कप के मैचों के टिकट खरीदेंगे। आस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय का समर्थन देखना शानदार है। हम जानते हैं कि वे आस्ट्रेलिया में बसे प्रवासी समुदाय में सबसे बड़े है और जब आप क्रिकेट के प्रति उनके जुनून को देखते हैं तो प्रशंसकों को टिकट लेते देखना आश्चर्य की बात नहीं लगती।
विदेश से आए हजारों भारतीय : आस्ट्रेलिया में अलग-अलग शहरों में रहने वाले भारतीय तो मैच के आयोजन स्थल पहुंचे ही, अमेरिका, कनाडा, सिंगापुर, जापान, मलेशिया में रहने वाले भारतीय भी यहां पर लाखों रुपये खर्च करके मैच देखने आए। कोविड के दौरान सबसे ज्यादा लाकडाउन का दंश झेलने वाले आस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था में भारतीयों ने कुछ जान फूंकी है। भारत के सेमीफाइनल में पहुंचते ही मेलबर्न से एडिलेड की फ्लाइट टिकट पांच गुना महंगी हो गईं। ट्रेन और बस में तो टिकट भी नहीं मिल रहीं। लोग कार बुक करके एडिलेड पहुंच रहे हैं। इंग्लैंड में हुए 2019 विश्व कप में मेजबान टीम के फाइनल में पहुंचने के बावजूद भारतीयों ने 70 फीसद मैच टिकट खरीद ली थीं। भारतीय टीम आशा के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी और सेमीफाइनल में हार गई। इसके बाद न्यूजीलैंड के प्रशंसक लार्ड्स के आसपास भारतीयों से टिकट देने की गुहार लगाते हुए नजर आए थे। कुल मिलाकर वैश्विक क्रिकेट को बीसीसीआइ और टीम इंडिया ही नहीं भारतीय प्रशंसक भी चला रहे हैं।
भारत के मैचों में आए दर्शक बनाम, मैदान, दर्शक
पाकिस्तान, एमसीजी, 90,293
नीदरलैंड्स, सिडनी, 36,426
दक्षिण अफ्रीका, पर्थ, 44,252
बांग्लादेश, एडिलेड, 29,302
जिंबाब्वे, एमसीजी, 82,507
मेजबान आस्ट्रेलिया के मैचों में आए दर्शक
न्यूजीलैंड, एससीजी, 34,756
श्रीलंका, पर्थ, 25,061
इंग्लैंड, एमसीजी, 37,566
आयरलैंड, गाबा, घोषित नहीं
अफगानिस्तान, एडिलेड, 18,672
Edited By: Sanjay Savern
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