डेरी कॉम्प्लेक्स में चल रहे रसगुल्ला फैक्टरी पर कार्रवाई करती नगर निगम की टीम। विज्ञप्ति
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रोहतक। कन्हेली स्थित डेयरी कॉम्प्लेक्स में अवैध रूप से चल रही फैक्टरी पर कार्रवाई करने के लिए बुधवार को नगर निगम की टीम पहुंची। टीम ने फैक्टरी के बाहर नोटिस चस्पा कर चेतावनी दी कि तीन दिन में अगर फैक्टरी को बंद नहीं किया गया तो सील करते हुए आवंटन को रद्द कर दिया जाएगा।
बता दें कि अमर उजाला के 24 सितंबर के अंक में ‘भैंस पालने के नाम पर पाई थी जमीन, बना रहे हैं रसगुल्ले और गुलाब जामुन’ शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। इसमें बताया गया था कि कैसे कन्हेली स्थित डेयरी कॉम्प्लेक्स में अवैध रूप से फैक्टरी चल रही है। मामले का संज्ञान लेते हुए निगम प्रशासन ने बुधवार को कार्रवाई शुरू कर दी। टीम में भू अधिकारी सुरेंद्र गोयल, अतिक्रमण निरीक्षक गुरुदेव, सीएसआई सुंदर, बेलदार अनिल व अन्य शामिल रहे। वहीं निगम प्रशासन बार-बार रिहायशी इलाकों में संचालित डेयरियों के संचालकों को निर्धारित डेयरी कॉम्प्लेक्स में शिफ्ट होने की अपील कर चुका है।
यह है मामला –
शहर को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से निजात दिलानें के लिए निगम प्रशासन ने रिहायशी इलाकों में बनी डेयरियों को कन्हेली स्थित डेयरी कॉम्प्लेक्स में शिफ्ट करने के तहत प्लॉट आवंटित किए थे। पशुपालन के लिए दिए गए प्लॉटों में कुछ लोग रसगुल्ले व अन्य मिठाई बनाने की फैक्टरी लगा रखी है। अमर उजाला की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले को उजागर करने के लिए जानकारी जुटाई थी। वहां काम कर रहे कारीगरों ने बताया था कि यह फैक्टरी पिछले सात साल से ज्यादा समय से संचालित है। खबर प्रकाशित होने के अगले ही दिन निगम कमिश्नर ने फैक्टरी पर नियमानुसार कार्रवाई करने के आदेश जारी किए थे।
वर्जन –
डेयरी कॉम्प्लेक्स में भू अधिकारी की टीम ने निरीक्षण कर डेयरी की जगह अन्य व्यवसाय करने वालों को नोटिस दिया। साथ ही उन्हें चेताया गया कि तीन दिन में व्यवसाय बंद न करने पर फैक्टरी को सील कर उनके आवंटन को रद्द किया जाएगा।
– धीरेंद्र खड़गटा, आयुक्त, नगर निगम
रोहतक। कन्हेली स्थित डेयरी कॉम्प्लेक्स में अवैध रूप से चल रही फैक्टरी पर कार्रवाई करने के लिए बुधवार को नगर निगम की टीम पहुंची। टीम ने फैक्टरी के बाहर नोटिस चस्पा कर चेतावनी दी कि तीन दिन में अगर फैक्टरी को बंद नहीं किया गया तो सील करते हुए आवंटन को रद्द कर दिया जाएगा।
बता दें कि अमर उजाला के 24 सितंबर के अंक में ‘भैंस पालने के नाम पर पाई थी जमीन, बना रहे हैं रसगुल्ले और गुलाब जामुन’ शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। इसमें बताया गया था कि कैसे कन्हेली स्थित डेयरी कॉम्प्लेक्स में अवैध रूप से फैक्टरी चल रही है। मामले का संज्ञान लेते हुए निगम प्रशासन ने बुधवार को कार्रवाई शुरू कर दी। टीम में भू अधिकारी सुरेंद्र गोयल, अतिक्रमण निरीक्षक गुरुदेव, सीएसआई सुंदर, बेलदार अनिल व अन्य शामिल रहे। वहीं निगम प्रशासन बार-बार रिहायशी इलाकों में संचालित डेयरियों के संचालकों को निर्धारित डेयरी कॉम्प्लेक्स में शिफ्ट होने की अपील कर चुका है।
यह है मामला –
शहर को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से निजात दिलानें के लिए निगम प्रशासन ने रिहायशी इलाकों में बनी डेयरियों को कन्हेली स्थित डेयरी कॉम्प्लेक्स में शिफ्ट करने के तहत प्लॉट आवंटित किए थे। पशुपालन के लिए दिए गए प्लॉटों में कुछ लोग रसगुल्ले व अन्य मिठाई बनाने की फैक्टरी लगा रखी है। अमर उजाला की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले को उजागर करने के लिए जानकारी जुटाई थी। वहां काम कर रहे कारीगरों ने बताया था कि यह फैक्टरी पिछले सात साल से ज्यादा समय से संचालित है। खबर प्रकाशित होने के अगले ही दिन निगम कमिश्नर ने फैक्टरी पर नियमानुसार कार्रवाई करने के आदेश जारी किए थे।
वर्जन –
डेयरी कॉम्प्लेक्स में भू अधिकारी की टीम ने निरीक्षण कर डेयरी की जगह अन्य व्यवसाय करने वालों को नोटिस दिया। साथ ही उन्हें चेताया गया कि तीन दिन में व्यवसाय बंद न करने पर फैक्टरी को सील कर उनके आवंटन को रद्द किया जाएगा।
– धीरेंद्र खड़गटा, आयुक्त, नगर निगम
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