Edited By Mamta Yadav, Updated: 30 Oct, 2022 01:38 AM
मथुरा: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल में कराए गए एक सर्वेक्षण में करीब 7,500 मदरसे बिना मान्यता के चलते पाए गए। राज्य के एक मंत्री ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मथुरा: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल में कराए गए एक सर्वेक्षण में करीब 7,500 मदरसे बिना मान्यता के चलते पाए गए। राज्य के एक मंत्री ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मंत्री धर्म पाल सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति उनके बारे में फैसला करेगी।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि मदरसा का छात्र एक हाथ में कुरान और दूसरे में लैपटॉप रखे। उन्होंने कहा कि मथुरा के जिलाधिकारी को वक्फ भूमि को अनधिकृत कब्जे से मुक्त करने और उस पर अस्पताल, स्कूल और पार्क विकसित करने का निर्देश दिया गया है। मंत्री
धर्मपाल ने मदरसों के सर्वे पर उठ रहे सवालों का दिया जवाब
धर्मलाल ने शनिवार को मथुरा में कहा कि राज्यव्यापी स्तर पर मदरसों में मौजूदा शिक्षा सुविधाओं का सर्वे कर लिया गया है। सर्वे में पता चला है कि पूरे प्रदेश में लगभग साढ़े सात हजार मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं। इन मदरसों में बेहतर शिक्षा के मूलभूत इंतजामों का अभाव पाया गया है।
संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि मदरसों की सर्वे रिपोर्ट पर उच्चस्तरीय समिति विचार विमर्श कर भावी योजना के बारे में निर्णय लेगी। धर्मपाल ने मदरसों के सर्वे पर उठ रहे सवालों के जवाब में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने इच्छा जतायी थी कि मदरसे में पढ़ने वाले बच्चे के एक हाथ में कुरान हो तथा दूसरे हाथ में लैपटाप हो। इसी मंतव्य से योगी सरकार ने इन मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए मदरसों का सर्वे कराया है।”
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