जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Crime News: आनलाइन व्यवसाय में साझेदार बनाने का झांसा देकर वाडिया संस्थान के निदेशक की पत्नी से महिला समेत दो व्यक्तियों ने सात लाख 70 हजार रुपये की ठगी कर दी। वसंत विहार थाना पुलिस ने निदेशक की पत्नी की तहरीर पर दोनों आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
वसंत विहार थाने में दी तहरीर
वसंत विहार थानाध्यक्ष होशियार सिंह के अनुसार, तुंपा सैन ने थाने में तहरीर देकर बताया कि उनके पति डा. कालाचांद वाडिया संस्थान में निदेशक हैं। तुंपा ने बताया कि कुछ माह पहले उनकी मुलाकात सीमा शर्मा से हुई थी।
व्यवसाय में साझेदार बनाने का दिया झांसा
सीमा उनके पति डा. कालाचांद के साथ भूखतरों, भूसंसाधनों और भूगतिकी पर हिमालयी भूविज्ञान के प्रचार के लिए काम कर रही थी। तुंपा के अनुसार, सीमा ने अमेजन कंपनी की तर्ज पर आनलाइन व्यवसाय करने के लिए उनसे संपर्क किया। कहा कि कंपनी में वह उन्हें साझेदार बनाएगी। इस पर उन्होंने हामी भर दी।
सात लाख 70 हजार रुपये खाते में मंगलवाए
इस साल 24 मार्च को सीमा शर्मा ने व्यवसाय के लिए पंजीकरण के नाम पर उनसे 50 हजार रुपये अपने बैंक एकाउंट में आनलाइन ट्रांसफर करवाए। इसके बाद 25 मार्च को तीन लाख 70 हजार रुपये, चार अप्रैल को एक लाख रुपये और पांच अप्रैल को ढाई लाख रुपये, कुल सात लाख 70 हजार रुपये अपने खाते में मंगलवाए।
सीमा ने कहा कि जल्द ही व्यवसाय करने के लिए प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा। दो अप्रैल को जूम मीटिंग के दौरान सीमा शर्मा के साथ कैलाश मिश्रा नाम का व्यक्ति जुड़ा। दोनों ने उनसे स्वघोषणा पत्र ले लिया और यह पत्र सीमा शर्मा के ईमेल पर भेजने को कहा। जब उन्होंने इस बारे में पूछा तो कैलाश मिश्रा ने कहा कि यह सिर्फ एक औपचारिकता है।
इसके बाद सीमा और कैलाश ने पहले से भरा हुआ डिस्ट्रीब्यूटरशिप एप्लीकेशन फार्म उन्हें दिया और कहा कि इस पर हस्ताक्षर कर दो, लेकिन उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए। इसके बाद उन्होंने उनके व्यवसाय को लेकर जांच की तो पता चला कि दोनों क्यूनेट (काइन डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी) का व्यवसाय करते हैं।
संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप
तुंपा का आरोप है कि दोनों की कंपनी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल है। कंपनी का विदेश से सीधा लेनदेन है, जो आमजन को अपने जाल में फंसाकर करोड़ों रुपये ऐंठते हैं। तुंपा ने कहा कि छह अप्रैल को उन्होंने कैलाश मिश्रा को फोन कर व्यवसाय छोड़ने की बात कही और अपने रुपये वापस मांगे।
इस दौरान आरोपितों ने तीन लाख 80 हजार रुपये लौटा दिए, लेकिन अभी भी तीन लाख 90 हजार रुपये नहीं दिए हैं। वसंत विहार के थानाध्यक्ष होशियार सिंह ने बताया कि आरोपित सीमा शर्मा व कैलाश मिश्रा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
Edited By: Sunil Negi
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