दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
बैंगलोर
Published: November 16, 2022 07:31:53 pm
बेंगलूरु. जीतो यूथ बेंगलूरु ने ‘ऊर्जा’ प्रोजेक्ट के तहत “विज्ञान के साथ जैन धर्म” पर दो दिवसीय आवासीय कार्यक्रम का आयोजन किया। जीतो यूथ बेंगलूरु के अध्यक्ष पिंकेश मेहता ने बताया कि यह समिति के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है। कार्यक्रम संयोजक यशिता जैन और अक्षिता जैन ने जैन धर्म के बारे में सीखने, खुद को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से जागरूक करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे जैन धर्म को धर्मी और व्यावहारिक तरीके से जीने का एक तरीका मानते हैं, के बारे में भावुकता से बात की। दूसरे दिन सुबह 9 बजे कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ, जिसकी शुरुआत महामंत्री संदीप पगारिया ने की। उन्होंने बताया कि युवाओं को आने वाली पीढिय़ों के लिए किस तरह का उदाहरण पेश करना चाहिए। जीतो बेंगलूरु के प्रवक्ता अमित मेहता ने बताया कि एपेक्स यूथ चेयरमैन विनोद जैन, केकेजी जोन के अध्यक्ष अशोक सालेचा, जीतो के महामंत्री दीपक श्रीश्रीमाल, जीतो यूथ बेंगलूरु संयोजक कोमल भंडारी ने विचार साझा किए। सूरत के डॉ. कोनिक दोसी ने प्रत्येक दिन योग और उवासघरम और लोगस ध्यान कराया। यह कार्यक्रम जीतो अपेक्स के निदेशक दिलीप सुराणा की माइक्रो लैब्स लिमिटेड के सहयोग से आयोजित किया गया।
अरविंद मांडोत, डॉ. रतन सालेचा, ज्ञानराज जैन ने युवा वर्ग को प्रशिक्षित करने, मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए जैन धर्म के सार को समझाते हुए, महत्व जानने के लिए 1500+ साल पुरानी तमिल जैनोलॉजी और कुछ ऐतिहासिक शास्त्र के बारे में अलग अलग सत्रों में वक्तव्य दिए।
प्रतिभागियों को 10 टीमों में विभाजित किया गया था, जिसमें सीखने, बोलने और प्रतिभा दर्शाने की अनूठी गतिविधियां शामिल थीं। इस समूचे कार्यक्रम में जैन धर्म को वैज्ञानिक और आधुनिक दृष्टिकोण से थोड़ा और करीब से जानने का एक बहुत ही अनोखे तरीके से अवसर प्रदान किया। प्रत्येक व्यक्ति शांत वातावरण में अपने साथ समय बिता सका और हर पल सीख सका। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रतीक गांधी, हितेश जैन, पदमा बाफना, आयुष मेहता, जयेश जैन, अंकित जैन, महक मेहता, संयुक्ता छाजेड़, स्पर्श दांतेवाडिय़ा, राजवी जैन, निशकृत जैन, अनुज सुराणा, प्राची जैन, हीनल जैन, प्रज्ज्वल गिरिया, यश मेहता, आंचल जैन, हिमांशी जैन, तपन जैन, उर्वशी जैन का अहम योगदान रहा।
युवाओं ने सीखा विज्ञान के साथ जैन धर्म का सिद्धांत
अगली खबर
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post