चांचौड़ा24 मिनट पहले
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चांचौड़ा ब्लॉक के पिपल्या खुशाल गांव के तालाब की नहर चालू नहीं होने से रबी की फसल की सिंचाई के लिए वर्तमान में क्षेत्र के किसानों को नहर के पानी की आवश्यकता है। स्थिति यह है कि क्षेत्र की नहरें सूखी हैं। उनमें अब तक पानी नहीं आया है। इस कारण इलाके के हजारों किसान परेशान हैं। सिंचाई नहीं होने से किसानों की गेहूं और चने की फसल सूखने का डर सता रहा है। इस संबंध में किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कई बार शिकायत की है, लेकिन उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
यह पानी क्षेत्र के 5 से अधिक गांवों तक पहुंचता है। इससे सैकड़ों किसानों को लाभ मिलता है, लेकिन नहर में पानी न आने के कारण किसान रबी सीजन की फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे है। स्थिति यह है कि सिंचाई नहीं होने से खेतों में नमी खत्म हो गई है। जिससे खेतों में दरारें आने लगी हैं और जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। इस संबंध में विभाग के एसडीओ मेघ सिंह नरवरिया से फोन पर चर्चा करना चाही तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
हर साल दीवाली बाद छोड़ते थे पानी
विष्णु गुर्जर, रायसिंह, सुरेश भील सीताराम ने बताया कि हर साल नहर दीपावली के आसपास चालू हो जाती थी लेकिन इस बार कुछ असामाजिक तत्व द्वारा नहर चालू करने का हेड क्षतिग्रस्त कर दिए जाने से वजह से नहर अभी तक चालू नहीं हो पाई है। जिससे दूर खेत वाले किसानों तक पानी नहीं पहुंचने से हजारों बीघा में खड़ी रबी की फसल बर्बाद होने की आंशका हो गई। हाल ही में विभाग ने एक दिन नहर में पानी छोड़ दिया था लेकिन इसके उपरांत फिर यह बंद हो जाने से किसान चिंतित हो गए हैं।
इन गांवों में जाता है नहर का पानी
पीपल्या खुशाल तालाब से सागोडिया, सागोड़ी, झुकरा, जलालपुरा, भदंगापुरा आदि गांव के करीब सैकड़ों किसान नहरों में पानी नहीं आने से परेशान हो रहे हैं। पानी की मांग के लिए हर रोज सिंचाई विभाग से बात करतें हैं, वही कई किसानो ने तो सीएम हेल्प लाइन लगा रखी है।
किसानों ने बताया पानी नहीं होने से सूखी पड़ी नहर
किसान विष्णु गुर्जर, रायसिंह, सुरेश सीताराम आदि का कहना है कि किसानों की फसल पानी के अभाव में सूख रही हैं। आर्थिक रूप से मजबूत किसान तो ट्यूबवेल व कुओं से खेतों में सिंचाई कर रहे हैं। गरीब वर्ग के किसान डीजल महंगा होने की वजह से ऐसा कर पाने में असमर्थ साबित हो रहा है। उन्होंने जैसे तैसे एक बार फसल को पानी तो इस उम्मीद में दे दिया था की अगले पानी तक नहर चालू हो जाएगी। लेकिन नहर एक दिन चलने के बाद बंद हो गईं। जिससे की किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। किसानों की लाखों की फ़सल बर्बाद हो रही है। किसानों का कहना है की सोयाबीन की फ़सल तो पहले ही बर्बाद हो गई और अगर अब भी विभाग द्वारा जल्दी पानी नहीं छोड़ा तो किसान की फ़सल तबाह हो जाएगी और किसान कर्ज में डूब जाएगा।
तकनीकी खराबी दूर कर जल्द देंगे पानी
“इस संबंध में एसडीएम चांचौड़ा ने बताया कि नहर का हेड खोला गया था। लेकिन इसके बाद इस हेड में किसी तकनीकी खराबी अा गई थी। जिसे दिखवाकर शीघ्र ही नहर चालू करवा दी जाएगी। यह तालाब नहर में पानी छोड़ने के लिए ही है। जल्दी ही किसानों को पानी मिल जाएगा।” – विकास कुमार आनंद, एसडीएम चांचौड़ा
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