भरतपुरएक घंटा पहले
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किन्नरों ने शुरू किया क्रेशर बंद करवाने वाले संतों का विरोध।
भरतपुर में संत समाज क्रेशर बंद करवाने की मांग पर अड़ा है। दूसरी तरफ लोगों में संत समाज का विरोध शुरू कर दिया है। वल्लभ सम्प्रदाय की सांतवी पीठ के पीठाधीश्वर के बाद व्यापारियों और किन्नरों ने संत समाज का विरोध किया है।
कामां का किन्नर समाज क्रेशर बंद करने वाले संतों का विरोध कर रहा है। किन्नर समाज का कहना है कि आदिबद्री और कनकांचल पर्वतों में खनन बंद करवाने में हम संत समाज के साथ थे। लेकिन अब संत क्रेशर बंद करवाने की मांग पर अड़े हुए हैं, अगर क्रेशर बंद हो गए तो इलाके में बेरोजगारी और अपराध बढ़ेगा।
किन्नरों के कहना है कि यूपी से आकर संत समाज भरतपुर में राजनीति कर रहे हैं। संत समाज ने क्रेशर बंद करवाने के लिए 1 दिसंबर से आंदोलन की चेतावनी दी है। अगर क्रेशर बंद हुए तो बेरोजगारी बढ़ेगी। बेरोजगारी बढ़ने के बाद अपराध भी बढ़ेगा।
किन्नरों ने कहा कि पहले संत समाज ने आदिबद्री और कनकांचल पर्वतों में खनन को लेकर आंदोलन किया गया था। जिसमें पूरी जनता संत समाज के साथ थी, लेकिन अब क्रेशर बंद करवाने की मांग बिल्कुल गलत है।
जो क्रेशर चल रहे हैं, वह लीगल हैं, क्रेशर संचालक खनन नहीं कर रहे तो उन्हें क्यों हटाया जाए। क्रेशर पर तो सिर्फ पत्थर कटिंग का काम किया जा रहा है। उसके बाद भी संत समाज क्रेशर बंद करवाने की मांग पर अड़ा हुआ है।
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