गोरखपुर, जागरण संवाददाता। राप्ती नदी के गुरु गोरक्षनाथ घाट और रामघाट पर रविवार को नौकायन का शुभारंभ हो गया। महापौर सीताराम जायसवाल ने हरी झंडी दिखाकर नौकायन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि रामगढ़ताल की तरह राप्ती नदी में भी अब नाव चलने लगी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यटकों के लिए एक नई जगह का विकास किया है। पर्यटक आएं और सुविधा का जरूर लाभ लें।
महापौर सीताराम जायसवाल ने किया नौकायन का शुभारंभ
हांसूपुर वार्ड के पार्षद संजय श्रीवास्तव ने तीन महीने पहले राप्ती नदी में पर्यटन बढ़ाने के उद्देश्य से नाव चलाने की सुविधा देने का प्रस्ताव रखा था। महापौर सीताराम जायसवाल ने नगर आयुक्त अविनाश सिंह से बात कर प्रस्ताव मांगा था। भोले वंदना प्राइवेट लिमिटेड को नौका संचालन का ठेका मिला है। नौकायन के साथ ही राप्ती तट पर फूड पार्क, बच्चों के मनोरंजन की सुविधा भी दी जाएगी। महापौर ने कहा कि कभी किसी ने नहीं सोचा था कि राप्ती नदी में भी नौकायन की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसे संभव बना दिया गया। रविवार को पहले दिन दो मोटर चलित नाव, एक स्पीड नाव और बच्चों के मनोरंजन लिए नाव का संचालन शुरू हुआ।
महापौर ने कहा कि नौकायन से मनोरंजन के साथ ही रोजगार के भी अवसर उपलब्ध होंगे। नगर निगम के उप सभापति ऋषि मोहन वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में रोजाना विकास के नए कार्य हो रहे हैं। उन्होंने संचालक से कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोपरि रहनी चाहिए। इस दौरान भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, उमेश अग्रहरी, अजय श्रीवास्तव, सत्यार्थ मिश्र, निखिल मोटानी, किराना कमेटी के अध्यक्ष उमेश मद्देशिया, गुरु गोरखनाथ आरती समिति के महामंत्री अभिषेक अग्रवाल, अनुराग मझवार, संजय गुप्ता, राजीव शुक्ल, अम्बिका निषाद, मनीष चौबे, संजय गुप्ता, शिवम पटवा, मनोरंजन वर्मा, गोबरी निषाद, अजय साहनी, अतुल वर्मा आदि मौजूद रहे।
50 और 100 रुपये शुल्क
भोले वंदना प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमर निषाद ने बताया कि मोटर चालित नाव का किराया 50 रुपये और स्पीड नाव का किराया सौ रुपये तय किया गया है। जल्द ही कई और तरह की सुविधा बढ़ाई जाएगी।
फिल्मों की भी होगी शूटिंग
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि गुरु गोरक्षनाथ घाट से रामघाट तक रस्सी का रोपवे बनाया जाएगा। साथ ही फिल्मों की शूटिंग के लिए पूरे परिसर को तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दोनों घाटों को पहले ही लाल पत्थरों से आकर्षक बनाया जा चुका है।
Edited By: Pradeep Srivastava
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