Edited By Yaspal,Updated: 22 Dec, 2022 06:40 PM
कोरोना वायरस महामारी के कारण दो साल तक प्रभावित रहे व्यवसाय और इससे जुड़ी कड़वी यादों को पीछे छोड़ दिल्ली में रेस्तरां और कैफे के मालिक क्रिसमस और नये साल के लिए मेहमानों का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं
नई दिल्लीः कोरोना वायरस महामारी के कारण दो साल तक प्रभावित रहे व्यवसाय और इससे जुड़ी कड़वी यादों को पीछे छोड़ दिल्ली में रेस्तरां और कैफे के मालिक क्रिसमस और नये साल के लिए मेहमानों का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं। कोविड महामारी के दौरान आतिथ्य उद्योग सबसे बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्रों में से एक था क्योंकि पिछले तीन वर्षों में महामारी की कई लहरों ने इसकी कमर तोड़ दी थी। रेस्तरां और कैफे के मालिकों को महामारी के कारण व्यवसाय बंद होने, मेनू में कटौती, खाली सीट जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ा था। हालांकि अब कई रेस्तरां और कैफे मालिकों को लगता है कि ‘‘सबसे बुरा समय गुजर चुका है” और उनका व्यवसाय क्रिसमस और नववर्ष के मौके पर एक बार फिर से रफ्तार पकड़ेगा।
कुछ मालिकों ने कहा कि हालांकि कुछ देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आने के बाद थोड़ा डर लग रहा है और जहां तक क्रिसमस और नए साल के मौके पर बुकिंग का सवाल है, उनकी संख्या वैसी ही हो गई है जैसे कोविड से पहले हुआ करती थी। केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोविड मामलों में वृद्धि के बीच उभरते स्वरूप पर नजर रखने के लिए सकारात्मक नमूनों का जीनोम अनुक्रमण सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
कनॉट प्लेस में, डिगिन कैफे, जेन कैफे, आउट ऑफ द बॉक्स कैफे, वेयरहाउस कैफे और कई अन्य रेस्तरां ने क्रिसमस-थीम वाली सजावट की है। खिलौनों की दुकानें और परिधान ब्रांड भी त्योहारी खरीदारी के लिए ग्राहकों को लुभा रहे हैं। लगभग 30 साल पुराने जेन कैफे के मालिक मनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘हमारे उद्योग में बहुत सारे रेस्तरां सामान्य तौर पर भी बंद हो जाते हैं, लेकिन पिछले दो वर्षों में यह आंकड़ा बहुत अधिक रहा है। कनॉट प्लेस में भी कई रेस्तरां स्थायी रूप से बंद हो चुके हैं, लगभग 30-40 रेस्तरां जो बंद हो चुके हैं और दोबारा नहीं खुले हैं।”
भारतीय राष्ट्रीय रेस्तरां संघ (एनआरएआई) के कोषाध्यक्ष सिंह ने कहा, ‘‘लेकिन सबसे बुरा समय अब बीत चुका है, उद्योग ठीक हो रहा है और इस क्रिसमस तथा नए साल के मौके पर ‘‘खुशमिजाज चेहरे” फिर से दिखाई देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अभी, हम काफी अच्छा कर रहे हैं। पहले कई चुनौतियां थीं। अब, रेस्तरां और कैफे में आने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है, और वे बाहर खाना चाहते हैं। इसलिए, हम खुश हैं।”
सिंह ने कहा कि उनके रेस्तरां प्रबंधन ने मेहमानों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए बहुत सारे उपाय किए हैं क्योंकि वे धीरे-धीरे कोविड-19 और इसके मनोवैज्ञानिक प्रभावों के कारण असहज महसूस करने के बाद रेस्तरां की मेज पर फिर लौट आए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कैफे में हैंड सैनिटाइजर का उपयोग किया जाता है, बैरा अभी भी मास्क पहने हुए हैं, पहले वे फेस शील्ड भी पहनते थे।”
महामारी और उद्योग पर इसके प्रभाव को याद करते हुए, ‘द बीयर कैफे’ के संस्थापक और सीईओ, राहुल सिंह ने कहा, ‘‘यह विनाशकारी था, ये दो साल हमारे लिए नरक जैसे रहे हैं, आतिथ्य और विमानन क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।” खान मार्केट में भी क्रिसमस की सजावट खरीददारों और भोजन करने वालों, खासकर युवाओं को आकर्षित कर रही है। नोएडा के एक विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष की छात्रा नामी जैन बुधवार को कनॉट प्लेस में क्रिसमस के लिए अपने दोस्तों के लिए उपहार ‘पैक’ करने में व्यस्त थीं और उन्होंने कहा कि वह अपने परिवार के साथ क्रिसमस मनाने की योजना बना रही हैं।
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