जंगीगंज के सरायजगदीश जामा मस्जिद के पास जलसे में कलाम पेश करते शायर। संवाद
– फोटो : BHADOHI
ख़बर सुनें
ज्ञानपुर। जंगीगंज क्षेत्र के सराय जगदीश जामा मस्जिद स्थित हजरत शहीद बाबा का 25वां सालाना उर्स बृहस्पतिवार की रात अकीदत से मनाया गया। दरगाह शरीफ पर चादरपोशी, दुआखानी का दौर देर रात तक चलता रहा। उर्स पर मदारिया कमेटी की ओर से जश्ने मदारूल आलमीन कांफ्रेंस में शायरों ने नात, मनकबत और हम्द पेश किए। जलसे को में तकरीर करते हुए मुफ्ती सैयद शजर अली मदारी मकनपुरी ने मुसलमानों को बुजुर्गाने दीन के बताए रास्ते पर चलकर दुनिया और आखिरत संवारने का उर्स दिया। कहा कि जो भी बुजुर्गाने दीन हैं, उनका पैगंबर ए इस्लाम से अहम ताल्लुक है। इसलिए हमें बुजुर्गों से निस्बत रखनी चाहिए।
मुफ्ती शजर ने कहा कि सरकार जिंदा शाह मदार की उम्र मुबारक 596 साल रही। आपने दुनिया के हजारों जगह सफर कर खुदा व रसूल पर ईमान लाने, उनके दर्स पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुसलमानों से अपने बच्चों की तालीम पर ध्यान देने की अपील की। कहा कि तालीम हासिल करने पर ही कौम और मुल्क की तरक्की संभव है। सदारत मौलवी अब्दुल रहीम व निजामत मौलाना आबिद हुसैन ने की। सदर अरमान अली ने लोगों का खैर मकदम किया। इस मौके पर हाफिज अनीस अहमद, अब्दुल कयूम मदारी, बंदे अली, बबलू, गुलाम मदार, शमीम आदि रहे।
ज्ञानपुर। जंगीगंज क्षेत्र के सराय जगदीश जामा मस्जिद स्थित हजरत शहीद बाबा का 25वां सालाना उर्स बृहस्पतिवार की रात अकीदत से मनाया गया। दरगाह शरीफ पर चादरपोशी, दुआखानी का दौर देर रात तक चलता रहा। उर्स पर मदारिया कमेटी की ओर से जश्ने मदारूल आलमीन कांफ्रेंस में शायरों ने नात, मनकबत और हम्द पेश किए। जलसे को में तकरीर करते हुए मुफ्ती सैयद शजर अली मदारी मकनपुरी ने मुसलमानों को बुजुर्गाने दीन के बताए रास्ते पर चलकर दुनिया और आखिरत संवारने का उर्स दिया। कहा कि जो भी बुजुर्गाने दीन हैं, उनका पैगंबर ए इस्लाम से अहम ताल्लुक है। इसलिए हमें बुजुर्गों से निस्बत रखनी चाहिए।
मुफ्ती शजर ने कहा कि सरकार जिंदा शाह मदार की उम्र मुबारक 596 साल रही। आपने दुनिया के हजारों जगह सफर कर खुदा व रसूल पर ईमान लाने, उनके दर्स पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुसलमानों से अपने बच्चों की तालीम पर ध्यान देने की अपील की। कहा कि तालीम हासिल करने पर ही कौम और मुल्क की तरक्की संभव है। सदारत मौलवी अब्दुल रहीम व निजामत मौलाना आबिद हुसैन ने की। सदर अरमान अली ने लोगों का खैर मकदम किया। इस मौके पर हाफिज अनीस अहमद, अब्दुल कयूम मदारी, बंदे अली, बबलू, गुलाम मदार, शमीम आदि रहे।
श्रेय: स्रोत लिंक
इस बारे में चर्चा post