लंदन. इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय टेस्ट श्रृंखला की मेजबानी करने की औपचारिक पेशकश की है लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा है कि निकट भविष्य में ऐसी कोई संभावना नहीं है। ब्रिटिश दैनिक ‘टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष मार्टिन डार्लो ने मौजूदा टी-20 श्रृंखला के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ बातचीत की तथा भविष्य में तीन मैचों की श्रृंखला इंग्लैंड के मैदानों पर आयोजित करने की पेशकश की।
ईसीबी ने जहां अपने फायदे के लिए यह पेशकश की है वहीं बीसीसीआई ने इस पर कहा अगले कुछ वर्षों में ऐसी कोई संभावना नहीं है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने मंगलवार को गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, “पहली बात तो यह है कि ईसीबी ने भारत-पाक श्रृंखला को लेकर पीसीबी से बात की है जो कि थोड़ा अजीब है। किसी भी तरह से पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला का फैसला बीसीसीआई नहीं बल्कि सरकार करेगी। अभी यथास्थिति बरकरार है। हम पाकिस्तान के खिलाफ केवल बहुराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में ही खेलेंगे।”
भारत और पाकिस्तान ने आखिरी बार द्विपक्षीय श्रृंखला 2012 में भारत में खेली थी। यह सीमित ओवरों की श्रृंखला थी जबकि दोनों देशों के बीच आखिरी टेस्ट श्रृंखला 2007 में खेली गई थी। इन दोनों देशों के बीच तनाव पूर्ण राजनीतिक संबंधों को देखते हुए बीसीसीआई ने द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए मना किया है फिर चाहे वह स्वदेश में खेली जाए या विदेश में या फिर किसी तटस्थ स्थल पर। समाचार पत्र ने ईसीबी की इस पेशकश के कारण भी गिनाए हैं।
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रिपोर्ट में कहा गया है, “ब्रिटेन में इन मैचों में बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचेंगे क्योंकि यहां दक्षिण एशियाई देशों की काफी जनसंख्या है। इसके अलावा मैचों से मोटी प्रायोजन धनराशि की मिलेगी और टेलीविजन पर भी इन्हें काफी दर्शक देखेंगे।”
समाचार पत्र ने हालांकि साफ किया है कि यहां तक कि पीसीबी भी भारत के खिलाफ किसी तटस्थ स्थल पर खेलने का इच्छुक नहीं है लेकिन उसने ईसीबी का आभार भी जताया है, जिससे दोनों देशों के बोर्ड के बीच बढ़ती घनिष्ठता का पता चलता है।
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