उत्तराखंड न्यूज़ डेस्क, परमार्थ निकेतन में विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया. धर्म गुरुओं ने मानव जाति को बचाए रखने के लिए जंगल, जमीन, नदी और जीव के बीच संतुलन बनाए रखने की बात कही.
परमार्थ निकेतन में आयोजित कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद ने कहा कि हमें प्रकृति का पहरेदार और पैरोकार बनना होगा. नेचर एम्बेसडर, वाटर एम्बेसडर और कल्चर एम्बेसडर बनने के लिये युवाओं को प्रेरित करना होगा. इसी तरह हम नेचर, कल्चर और फ्यूचर को भी बचा सकते हैं.
साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि हमें पारम्परिक जीवन शैली को स्वीकार करना होगा. प्रकृति आधारित जीवन शैली ही संस्कृति का संरक्षण कर सकती है. आचार्य विवेक मुनि ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण विश्व की सबसे बड़ी समस्या है. हम पर्यावरण के पोषक है, इसलिये अपनी धरा के प्रति मानवता पूर्ण व्यवहार करना हम सभी का कर्तव्य है. हरिजन सेवक संघ के राष्ट्रीय महासचिव संजय राय ने कहा कि महात्मा गांधी ने सबसे अधिक जोर सफाई पर दिया है. सभी धर्मशास्त्रत्तें में पर्यावरण संरक्षण का विस्तृत उल्लेख है. मौके पर अजय, नारायणी, नंदनी त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे.
ऋषिकेश न्यूज़ डेस्क !!!
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